भारत के महान धावक मिल्खा सिंह का कोरोना से निधन
नई दिल्ली, जून 19: भारत के महान धावक मिल्खा सिंह का 91 साल की उम्र में निधन हो गया। कोरोना संक्रमित होने के बाद उनकी हालत गंभीर बनी हुई थी। सिंह कोरोना से एक महीने की लंबी लड़ाई के बाद जिंदगी ही जंग हार गए। अस्पताल में भर्ती मिल्खा सिंह की तबीयत में लगातार गिरावट देखी जा रही थी। शुक्रवार को उनका ऑक्सीजन लेवर भी काफी गिर गया था।
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चंडीगढ़ के पीजीआईएमईआर अस्पताल की आईसीयू में भर्ती मिल्खा सिंह का इलाज चल रहा था, जिसके बाद शुक्रवार देर रात 11.24 मिनट पर अंतिम सांस ली। इससे पहले रविवार को मिल्खा सिंह की पत्नी निर्मल कौर का भी कोरोना की वजह से मोहाली के एक अस्पताल में निधन हो गया था।
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आपको बता दें कि पिछले महीने से कोरोना संक्रमित महान धावक मिल्खा सिंह का कोरोना टेस्ट बुधवार को निगेटिव आया था, जिसके बाद उनको आईसीयू से जनरल आईसीयू में शिफ्ट कर दिया था, जहां डॉक्टर्स की एक टीम उनके स्वास्थ्य पर नजर बनाए हुए थी। वहीं पीजीआईएमईआर से मिली जानकारी के मुताबिक गुरुवार की रात अचानक उनको फीवर आ गया और उनका ऑक्सीजन लेवल भी डाउन हो गया था।
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4 बार एशियन गेम्स में जीता गोल्ड
मिल्खा सिंह का जन्म 20 नंवबर 1929 को पंजाब प्रांत (अब पाकिस्तान का हिस्सा) के गोविंदपुरा में राठौड़ राजपूत सिख परिवार में हुआ था। उन्होंने रोम के 1960 समर ओलंपिक और टोक्यो के 1964 ओलंपिक में भारत का प्रतिनिधित्व किया था। उनको 'फ्लाइंग सिख' का उपनाम दिया गया हैं। वे भारत के महान धावक थे। मिल्खा सिंह ने 4 बार एशियन गेम्स में गोल्ड जीता हैं। वहीं 1958 में कॉमनवेल्थ गेम्स के चैंपियन भी रहे हैं। साल 1959 में उन्हें पद्मश्री से सम्मानित किया गया था। बता दें कि वो ओलिंपिक में मेडल नामे से जरा सा चुके थे। 1960 में रोम ओलंपिक में 400 मीटर की दौड़ में वे मामूली अंतर से मेडल से चूक गए थे। वो उस दौरान चौथे स्थान पर आए थे।