AIADMK के झंडे से बचने के दौरान हुआ था हादसा, महिला का एक पैर काटना पड़ा
चेन्नई। तमिलनाडु के कोयंबटूर में ऑल इंडिया अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (एआईएडीएमके) के झंडे (फ्लैग पोल) से बचने की कोशिश में एक महिला सड़क दुर्घटना का शिकार हो गई थी। 30 वर्षीय राजेश्वरी का अब उल्टा पैर काटना पड़ा है। जब दुर्घटना हुई तब राजेश्वरी अपने दफ्तर जा रही थीं। वह हादसे के बाद से आईसीयू में भर्ती हैं।
जानकारी के मुताबिक झंडे से बचने की कोशिश में उनकी स्कूटी एक लॉरी से टकरा गई थी। जिसके कारण उनके दोनों पैर बुरी तरह जख्मी हो गए। अस्पताल से जुड़े सूत्रों का कहना है कि राजेश्वरी का उल्टे पैरा का घुटने के बाद का पूरा हिस्सा शरीर से अलग किया गया है। हादसा उस दिन हुआ जब वह अपने दफ्तर जा रही थीं।
झंडे सजावट के तौर पर लगाए गए थे
जानकारी के मुताबिक एआईएडीएमके के नेता स्वामी बोमीवर्धन की शादी समारोह के लिए सड़क किनारे पार्टी के झंडे सजावट के तौर पर लगाए गए थे। तस्वीरों में भी देखा जा सकता है कि कैसे सड़क किनारे भारी संख्या में ये झंडे लगे हुए हैं। बिना इस बात की परवाह किए कि इनसे हादसा हो सकता है।
क्या बोलीं राजेश्वरी?
घटना के बाद राजेश्वरी ने दावा करते हुए कहा था कि सड़क पर गुजरते वक्त एआईएडीएमके का झंडा आगे की ओर झुक रहा था, वह डर गई और फिर फिसलते हुए गिर गईं। झंडे से बचने की कोशिश में उनकी स्कूटी की टक्कर लॉरी से हो गई। वहीं उनके परिवार ने दावा किया था कि पुलिस मामले को दबाने की कोशिश कर रही है। क्या सुभाश्री की मृत्यु के बाद एआईएडीएमके ने कोई सबक नहीं सीखा है?
पहले भी हो चुका है हादसा
इस हादसे के बाद से ही विपक्षी पार्टी डीएमके इस मुद्दे को बार-बार उठा रही है। इससे पहले भी एआईएडीएमके के पोस्टर से बचने के चक्कर में सुभाश्री नाम की लड़की की स्कूटी भी ट्रक से टकरा गई थी। चेन्नई में हुई इस दर्घटना में सुभाश्री की मौके पर ही मौत हो गई थी।
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