JNUSU चुनाव: लेफ्ट ने एक बार फिर परचम लहराया, आइशी घोष बनीं अध्यक्ष
नई दिल्ली: जेएनयू छात्रसंघ चुनाव में लेफ्ट यूनिटी को बड़ी सफलता मिली है। 6 सितंबर को हुए छात्र संघ चुनावों में लेफ्ट यूनिटी ने चारों सीटें जीत ली है। मगलवार को दिल्ली हाईकोर्ट के नतीजे जारी करने से रोक हटाने के बाद नतीजों का ऐलान किया गया। लेफ्ट यूनिटी को अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, महासचिव और संयुक्त सचिव पदों पर जीत मिली। हाईकोर्ट ने आज दिल्ली चुनाव समिति को नतीजों के ऐलान करने की अनुमति दी थी।
रिजल्ट घोषित होने के बाद लेफ्ट पैनल से स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया) की उम्मीदवारआइश घोष अब जेएनयू की नई छात्रसंघ अध्यक्ष बन गई हैं। वहीं डेमोक्रेटिक स्टूडेंट्स फेडरेशन के साकेत मून उपाध्यक्ष, महासचिव पद पर ऑल इंडिया स्टूडेंट्स एसोसिएशन के सतीश चंद्र यादव और ऑल इंडिया स्टूडेंट्स फेडरेशन के मोहम्मद दानिश संयुक्त सचिव चुने गए हैं।
गौरतलब है कि हाई कोर्ट ने पिछली सुनवाई में परिणाम न जारी करने का आदेश जेएनयू के दो छात्रों की ओर से दाखिल याचिका पर दिया था। याचिका में आरोप लगाया गया था कि चुनाव समिति ने लिंग्दोह कमेटी की सिफारिशों की अनदेखी करके छात्रसंघ का चुनाव कराया है।
दो छात्रों अंशुमान दुबे और अनुज कुमार द्विवेदी ने अपनी याचिका में जेएनयूएसयू का चुनाव लिंग्दोह कमेटी की सिफारिशों के तहत कराने की मांग की थी। इस मामले में दिल्ली हाई कोर्ट ने जेएनयू प्रशासन इलेक्शन कमेटी और मामले से जुड़े सभी पक्षों को इस मामले में अपना जवाब दाखिल करने के लिए निर्देश दिए थे।
कोर्ट ने सोमवार को जेएनयू प्रशासन के जवाब के बाद याचिकाओं को ख़ारिज कर दिया। क्योंकि जेएनयू ने कहा कि उम्मीदवारों को चुनाव लड़ने के लिए या तो अनुपयुक्त पाया गया या फिर पीछे उनके खिलाफ की गई अनुशासनात्मक कार्रवाई को उन्होंने छिपाया। गौरतलब है कि 6 सितंबर को जेएनयू छात्र संघ चुनाव हुए थे। लेकिन हाईकोर्ट की रोक के बाद 8 सितंबर को काउंटिंग के बाद नतीजों की घोषणा नहीं की गई थी।
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