मुंबई: सीजेआई दीपक मिश्रा के समर्थन में वकीलों का हस्ताक्षर अभियान
नई दिल्ली। भारत के मुख्य न्यायाधीश दीपक मिश्रा के खिलाफ कांग्रेस की अगुवाई में 7 विपक्षी दलों की ओर से लाया गया महाभियोग प्रस्ताव उपराष्ट्रपति और राज्यसभा चेयरमैन वेंकैया नायडू ने सोमवार को खारिज कर दिया है लेकिन उनके नाम के साथ विपक्षी दल कई विवाद और आरोप लगातार जोड़ रहे हैं। आरोपों के बीच सीजेआई को मुंबई में वकीलों के एक समूह का समर्थन मिला है। वकीलों के एक ग्रुप ने बॉम्बे हाईकोर्ट के सामने हस्ताक्षर अभियान शुरू किया है। इस अभियान में कई वकील जुटे हुए हैं।
मुख्य न्यायाधीश दीपक मिश्रा के खिलाफ 7 विपक्षी दल महाभियोग प्रस्ताव लाए थे। उपराष्ट्रपति और राज्यसभा चेयरमैन वेंकैया नायडू ने 1968 के न्यायाधीश जांच अधिनियम और संविधान के अंतर्गत तमाम पहलुओं को देखने के बाद महाभियोग को खारिज कर दिया था। हालांकि कांग्रेस और कई वरिष्ठ वकीलों ने इस पर सवाल खड़े किए थे। कई संगठन और विपक्ष मुख्य न्यायधीश के फैसलों पर सवाल खड़े कर रहे हैं।
प्रस्ताव खारिज करते हुए वेंकैया नायडू ने आदेश में कहा है कि 'मैंने प्रस्ताव में लगाए गए सभी 5 आरोपों पर अपना दिमाग लगाया। मैंने प्रस्ताव के संबंध में सभी संलग्न कागजातों का भी परीक्षण किया। मेरा स्पष्ट मत यह है कि प्रस्ताव में दिए गए सभी तथ्य, उनके साथ संलग्न कागजातों के परीक्षण से पता चलता है कि कोई ऐसा तथ्य नहीं था जो संविधान के अनुच्छेद 124(4) के तहत भारत के मुख्य न्यायाधीश के दुर्वयव्हार की पुष्टि करता हो।'
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