क्या केंद्रीय मंत्री को फ्री में दी जाएगी कोरोना वैक्सीन?, रविशंकर ने दिया ये जवाब
नई दिल्ली। देश में कोरोना वायरस के खिलाफ वैक्सीनेशन जारी है। सरकार अभी फ्रंटलाइन वर्कर को कोरोना की वैक्सीन दी जा रही है। इसी बीच कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने बुधवार को कहा कि अधिकांश केंद्रीय मंत्री खुद कोरोना की वैक्सीन का भुगतान करना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि सभी योग्य मंत्री टीके का खर्च खुद वहन करेंगे। उन्होंने कहा कि यह संख्या आगे चलकर और बड़ी होगी।
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बुधवार को मीडिया से बात करते हुए केंद्रीय मंत्री रविशंकर ने कहा कि, केंद्रीय कैबिनेट की बैठक में सरकार ने फैसला लिया है कि सरकारी अस्पतालों में कोरोना वैक्सीन एकदम निशुल्क यानी मुफ्त में लगेगी जबकि प्राइवेट अस्पतालों में टीका लगवाने के लिए पैसों का भुगतान करना पड़ सकता है। प्रसाद ने कहा कि अधिकतर मंत्री टीका लगवाने के लिए पैसों का भुगतान करना चाहते हैं।
अन्य देशों में नेताओं द्वारा पहले टीका लगवाने से संबंधित सवाल पर प्रसाद ने कहा कि यह उनका नजरिया है। उन्होंने कहा, ' कई स्थानों पर प्रधानमंत्री और मंत्री टीका लगवा रहे हैं। यहां हमने सोचा कि पहले हमारे स्वास्थ्य क्षेत्र के योद्धाओं को टीका लगवाया जाए। यह पूछे जाने पर कि क्या मंत्री और प्रधानमंत्री , टीकाकरण कराने वालों की श्रेणी में होंगे? इस पर सूचना एवं प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कहा था कि जो लोग टीका लगवाना चाहते हैं, वे एक मार्च से अपनी पसंद के स्थान पर टीका लगवा सकते हैं।
वहीं आज केंद्र सरकार ने ऐलान किया कि 1 मार्च से 60 साल और इससे अधिक वर्ष वालों को वैक्सीन देना शुरू किया जाएगा। केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कैबिनेट के फैसलों की जानकारी देते हुए इस बात की घोषणा की थी। प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान केंद्रीय मंत्री ने बताया था कि 16 जनवरी से 24 फरवरी तक करीब 1.07 करोड़ लोगों को कोरोना की वैक्सीन दी गई है वहीं 14 लाख लोगों को वैक्सीन का दूसरा टीका भी दे दिया गया है।
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