सोशल मीडिया पर VIRAL हुई गंभीर बीमारी की खबर, लता मंगेशकर ने Tweet कर बताया सच
मुंबई। सोशल मीडिया पर अक्सर मशहूर हस्तियों की गंभीर बीमारी की खबरें चलती रहती हैं, जिनमें से 90 प्रतिशत खबरों में कोई सच्चाई नहीं होती है, हाल ही में एक्टर शाहिद कपूर की झूठी बीमारी की खबर ने लोगों को डरा दिया था तो वहीं शुक्रवार से पूरा हिंदुस्तान भयभीत था क्योंकि इस बार खबर आई थी भारत की स्वर कोकिला लता मंगेशकर के बीमार होने की, दरअसल शुक्रवार को किसी ने ट्वीट किया कि 89 साल की लता जी, बेहद बीमार हैं और उन्हें मुंबई के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उनकी स्थिति गंभीर बनी हुई है।
वायरल हुई लता मंगेशकर की बीमारी की खबर
जिसके बाद तो ये बात सोशल मीडिया पर आग की तरह फैल गई और सोशल मीडिया पर एक्टिव रहने वाली लता मंगेशकर के कान तक पहुंचीं, जिन्हें इस बात पर काफी गुस्सा आया, उन्होंने खुद ट्वीट करके इस झूठी खबर का खंडन किया और कहा कि वो पूरी तरह से स्वस्थ हैं।
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लता मंगेशकर को करना पड़ा ये Tweet
लता ने बीमारी की खबरों को गलत बताते हुए लिखा कि वह पूरी तरह सही हैं और अपने घर पर हैं, अभी कुछ दिनों पहले लता मंगेशकर के रिटायरमेंट लेने की खबरें उड़ रही थीं, लेकिन ऐसी किसी भी खबर में कोई सच्चाई नहीं है।
भारत रत्न से विभूषित हैं 'स्वर कोकिला' लता मंगेशकर
आपको बता दें कि भारत रत्न से विभूषित 'स्वर कोकिला' लता मंगेशकर के उम्र के आंकड़े भले ही कुछ कहे लेकिन इसमें किसी की शक नहीं कि आज भी लता की आवाज किसी नवयुवती से कम नहीं हैं। मध्य प्रदेश के इंदौर में 28 सितंबर 1929 को जन्मीं कुमारी लता दीनानाथ मंगेशकर रंगमंचीय गायक दीनानाथ मंगेशकर और सुधामती की पुत्री हैं। चार भााई-बहनों में सबसे बड़ी लता को उनके पिता ने पांच साल की उम्र से ही संगीत की तालीम दिलवानी शुरू की थी बहनों आशा, उषा और मीना के साथ संगीत की शिक्षा ग्रहण करने के साथ साथ लता बचपन से ही रंगमंच के क्षेत्र में भी सक्रिय थीं। जब लता सात साल की थीं, तब उनका परिवार मुंबई आ गया, इसलिए उनकी परवरिश मुंबई में हुई।
हिंदी सिनेमा में गायकी का दूसरा नाम लता मंगेशकर
हिंदी सिनेमा में गायकी का दूसरा नाम लता मंगेशकर है। वर्ष 1962 में भारत-चीन युद्ध के बाद जब एक कार्यक्रम में लता ने पंडित प्रदीप का लिखा गीत 'ऐ मेरे वतन के लोगों' गाया था तो तत्कालीन प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू की आंखों में आंसू आ गए थे।
भारत रत्न (2001) से सम्मानित लता
भारत सरकार ने लता को पद्म भूषण (1969) और भारत रत्न (2001) से सम्मानित किया। सिनेमा जगत में उन्हें राष्ट्रीय पुरस्कार, दादा साहेब फाल्के पुरस्कार और फिल्म फेयर पुरस्कारों सहित कई अनेकों सम्मानों से नवाजा गया है। सुरीली आवाज और सादे व्यक्तित्व के लिए विश्व में पहचानी जाने वाली लता जी आज भी स्टूडियो में प्रवेश करने से पहले चप्पल बाहर उतार कर अंदर जाती हैं और स्टेज पर चढ़ने से पहले उसें छूकर माथे लगाती हैं।
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