मुजफ्फरनगर दंगे की आग पर लश्कर की रोटी, पीडि़तो को करना चाहता था ब्रिगेड में शामिल
पूछताछ में अब्दुल जमीर ने पुलिस को बताया है कि लश्कर ए तोएबा की ओर से मुजफ्फरनगर दंगा का बदला लेने की तैयारी की जा रही थी। गिरफ्तार आतंकी ने मजिस्ट्रेट के सामने बयान दिया है। वहीं दंगा पीडि़तों ने मजिस्ट्रेट के सामने जो बयान दिया है उसमें कहा है कि राहत कैंप में रह रहे दंगा पीड़ितों को आंतकियों ने उकसाने की कोशिश की थी। दंगा पीड़ितों के मुताबिक दोनों ईमाम जब मुजफ्फरनगर और शामली जाते थे तब उनके साथ लश्कर से जुड़ा एक शख्स साथ रहता था। ऐसा कहा जा रहा है कि दंगा पीड़ितों ने जांच कर रहे अफसरों को बताया है कि हफीज रशीदी और शाहिद ने उन दोनों को कट्टरपंथी बनाना चाहता था।
दंगा पीड़ितों को ईमामों ने आतंकवादी बनने के बदले बेहतरीन जिंदगी और परिवार को खूब पैसे देने का लालच दिया था। बयान दर्ज कराने वाले दंगा पीड़ित ईमाम के झांसे में नहीं आए और उन्होंने दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल को जानकारी दे दी। पिछले महीने दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने दोनों ईमाम को मेवात के छोटी मेवली इलाके से गिरफ्तार किया था। लेकिन दोनों ईमामों के साथ मुजफ्फरनगर और शामली के दंगा पीड़ित कैंपों में जाने वाला शख्स अब तक गिरफ्तार नहीं किया जा सका है।