घाटी में अंदाज से कई बड़ा लश्कर-ए-तैयबा का नेटवर्क!
श्रीनगर। पिछले माह जम्मू कश्मीर के उधमपुर में बीएसएफ के काफिले पर हुए हमले की जांच जैसे-जैसे आगे बढ़ गई है, उसमें कई तरह की जानकारियां सामने आ रही हैं। इसी जांच में अब यह बात पता चल रही है कि घाटी में पाकिस्तान के आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा ने अपनी जड़ें फैलानी शुरू कर दी है। एजेंसियों की मानें तो यहां पर लश्कर का नेटवर्क अंदाज से कई गुना ज्यादा बड़ा है।
इस हमले की जांच फिलहाल नेशनल इनवेस्टिगेशन एजेंसी एनआईए के पास है। एनआईए की मानें तो घाटी में लश्कर के आतंकी हर कदम पर मौजूद हैं।
एनआईए के एक ऑफिसर की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक लश्कर के एक अहम ऑपरेटिव शौकत अहमद भट की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक उधमपुर हमले में मोहम्मद नावेद, नोमान, अबु ओकाशा और झारघाम, चार आतंकी सीमा पार कर भारत में दाखिल हुए थे।
शौकत अहमद भट को मंगलवार को एनआईए ने गिरफ्तार किया है। 36 वर्ष का शौकत जम्मू कश्मीर के पुलवामा का रहने वाला है। एनआईए के मुताबिक भट ही वह शख्स है जिसकी मदद से बारामूला जिले के बाबा ऋषि नाम स्थान से चार आतंकी घाटी में दाखिल हुए थे।
नावेद के बाद शौकत उधमपुर हमले के सिलसिले में एनआईए के हाथ लगा दूसरा आतंकी है। एनआईए ने नावेद और नोमान को ड्राइव करने वाले शख्स खुर्शीद भट को भी गिरफ्तार किया है।
खुर्शीद और शौकत दोनों ही कश्मीर में मौजूद लश्कर के नेटवर्क का हिस्सा हैं। दोनों ही घाटी में संगठन के नेटवर्क के लिए काफी अहम हें। कश्मीर में लश्कर के मॉड्यूल को कई हिस्सों में बांटा गया है। हर हिस्से के पास अलग-अलग काम को पूरा करने की जिम्मेदारी है।
उधमपुर हमले के बाद जांच का एक पहलू हमले के पाकिस्तान से जुड़े कनेक्शन पर भी फोकस किया जा रहा है। यह बात पहले भी कही जा चुकी है कि बिना स्थानीय मदद के आतंकी घाटी में दाखिल नहीं हो सकते हैं। लश्कर के घाटी स्थित लोकल मॉड्यूल्स के पास कई बॉस हैं। ठीक उसी तरह से जिस तरह से उधमपुर हमले का बॉस अबु कासिम था।
एनआईए का कहना है कि घाटी में नेटवर्क काफी बड़ा है और जैसे जैसे जांच आगे बढ़ रही है इस नेटवर्क में शामिल लोगों के बारे में जानकारियां सामने आएंगी। वहीं जांच में शामिल कुछ अधिकारियों का रोल छोटा किया जाएगा। एनआईए इस हमले में हुई सुरक्षा चूक की भी जांच कर रही है।