अफगानिस्तान में भारतीय अधिकारियों को निशाना बनाने की फिराक में लश्कर और ISIS
नई दिल्ली। सुरक्षा एजेंसियों की ओर से सोमवार को कहा गया है कि अफगानिस्तान में स्थित भारतीय संपत्तियों पर लश्कर-ए-तैयबा और आईएसआईएस हमले की साजिश रच रहे हैं। इस साजिश को अंजाम तक पहुंचाने में पाकिस्तान आर्मी उनकी मदद कर रही है। भारत के अलावा अमेरिकी संस्थानों पर भी हमले की साजिश रची जा रही है। सुरक्षा एजेंसियों ने यह दावा हाल ही में लश्कर आतंकियों और पाकिस्तान आर्मी के बीच हुई मीटिंग के बाद किया गया है।
अमेरिकी अधिकारियों को भी निशाना बनाने के निर्देश
सुरक्षा एजेंसियों ने कहा है कि लश्कर और पाक आर्मी के बीच जो मीटिंग हुई उसमें पाक, इंटेलीजेंस एजेंसी आईएसआई के अधिकारी भी मौजूद थे। अफगानिस्तान के कुनार प्रांत के दनगाम जिले में आने जाबा में यह मीटिंग हुई है। आतंकी संगठन को मीटिंग में निर्देश दिए गए हैं कि वह भारत और अमेरिकी संपत्तियों को निशाना बनाए। लश्कर कमांडर्स को अलग-अलग तरह के हमले के निर्देश दिए गए हैं। लश्कर से कहा गया है कि वह पाकिस्तान से सुसाइड बॉम्बर्स को भी हमलों के लिए भेजे। यह जानकारी ऐसे समय में आई है जब पाकिस्तान पर फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स (एफएटीएफ) की तरफ से ब्लैकलिस्ट होने का दबाव बढ़ गया है।
एफएटीएफ लगातार पाकिस्तान से जमात-उद-दावा (जेयूडी) और जैश-ए-मोहम्मद जैसे संगठनों पर कड़ी कार्रवाई करने के लिए कहा रहा है। लश्कर संस्थापक हाफिज सईद को हाल ही में पाकिस्तान ने गिरफ्तार किया है। हाल ही में अमेरिकी रक्षा विभाग पेंटागन और यूएन के एक पैनल की ओर से कहा गया है कि अफगानिस्तान में लश्कर के सैंकड़ों आतंकी मौजूद हैं। पेंटागन की रिपोर्ट के मुताबिक अफगानिस्तान में इस समय लश्कर के 300 तक आतंकी मौजूद हैं। वहीं यूएन ने कहा है कि कुनार और नानगरहार प्रांत में लश्कर के 500 आतंकी सक्रिय हैं।