चारा घोटाला: कल आ सकता है फैसला, लालू बोले- जैसे 2G में हुआ, अशोक चव्हाण का हुआ, वैसा ही हमारा भी होगा
पटना। 2 जी घोटाले में सभी अभियुक्तों के बरी होने और आदर्श घोटाले में अशोक चव्हाण को राहत मिलने के बाद, राष्ट्रीय जनता दल सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने आशा व्यक्त की है कि उन्हें चारा घोटाले मामले में क्लीन चिट मिल जाएगी। लालू ने कहा कि - हम न्यायपालिका पर भरोसा करते हैं और उनका सम्मान करते हैं। यह भाजपा की षड्यंत्रों को काम नहीं करने देगा। जैसा 2 जी में हुआ, अशोक चव्हाण का हुआ वैसे हमारा भी होगा।
आरोपों से मुक्त होने की उम्मीद
रांची की एक विशेष सीबीआई अदालत शनिवार को कई करोड़ के चारा घोटाला पर अपना फैसला देगी जिसमें लालू प्रसाद यादव आरोपी हैं। फैसले की पूर्व संध्या पर, लालू ने कहा कि उन्हें सभी आरोपों से मुक्त होने की उम्मीद है।
2G और आदर्श में मिल चुकी है राहत
दिल्ली में एक विशेष सीबीआई अदालत ने गुरुवार को राजा, द्रमुक सांसद और करुणानिधि की बेटी कनिमोझी और 2 जी घोटाले मामले में अन्य सभी आरोपियों को बरी कर दिया था। इसके बाद अशोक चव्हाण को आज आदर्श घोटाले में राहत मिली, क्योंकि बॉम्बे हाई कोर्ट ने राज्यपाल से दिए गए आदेश को खारिज कर दिया था।
हालांकि फैसला आना मुश्किल
हालांकि सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार कल लालू पर फैसला आना मुश्किल है क्योंकि जिस जज को फैसला सुनाना है वो छुटी पर गए हैं। मामला देवघर कोषागार से 89 लाख रुपए के अवैध निकासी का है, जिसमें बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव, जगन्नाथ मिश्र, ध्रुव भगत, पूर्व सांसद आरके राणा, जगदीश प्रसाद, विद्यासागर निषाद, आईएएस अधिकारी फूलचंद्र सिंह, महेश प्रसाद, बैंक जूलियर, डॉक्टर कृष्ण कुमार, आपूर्तिकर्ता त्रिपुरारी मोहन प्रसाद सुशील कुमार, सरस्वतीचंद्र, ज्योतिष कुमार झा सहित 31 आरोपी हैं। इस मामले में कई चरणों में लालू प्रसाद यादव के द्वारा गवाही हुई थी जिसमें वो हाजिर हुए थे।
आपको बताते चलें की चारा घोटाले मामले में सीबीआई ने 15 मई 1996 को प्राथमिकी दर्ज कर 21 अप्रैल 2003 को 44 लोगों के खिलाफ आरोपपत्र दायर किए थे जिनमें 35 पर ट्रायल जारी है। इसमें आरोपित किए गए लालू प्रसाद, जगन्नाथ मिश्र ,विद्यासागर निषाद, ध्रुव भगत और आर के राणा आदि सहित 35 के खिलाफ मामले पर अब फैसला सुनाया जाएगा। तो लालू करोड़ों रुपए के चारा घोटाला में एक अन्य मामले में झारखंड स्थित सीबीआई की एक अदालत द्वारा 5 साल की कारावास और 25 हजार जुर्माना की सजा सुनाई गई। जिसके बाद दिसंबर 2013 में उच्चतम न्यायालय से जमानत मिलने पर लालू जेल से छूट पाए थे। Read more at: https://hindi.oneindia.com/news/bihar/fodder-scam-against-lalu-yadav-will-decide-on-december-23/articlecontent-pf107983-436254.html
आपको बताते चलें की चारा घोटाले मामले में सीबीआई ने 15 मई 1996 को प्राथमिकी दर्ज कर 21 अप्रैल 2003 को 44 लोगों के खिलाफ आरोपपत्र दायर किए थे जिनमें 35 पर ट्रायल जारी है। इसमें आरोपित किए गए लालू प्रसाद, जगन्नाथ मिश्र ,विद्यासागर निषाद, ध्रुव भगत और आर के राणा आदि सहित 35 के खिलाफ मामले पर अब फैसला सुनाया जाएगा। तो लालू करोड़ों रुपए के चारा घोटाला में एक अन्य मामले में झारखंड स्थित सीबीआई की एक अदालत द्वारा 5 साल की कारावास और 25 हजार जुर्माना की सजा सुनाई गई। जिसके बाद दिसंबर 2013 में उच्चतम न्यायालय से जमानत मिलने पर लालू जेल से छूट पाए थे।