जानिए क्यों कहा आडवाणी ने पीएम बनने का दुख नहीं
नई दिल्ली। भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी के अंदर छुपी हुई बरसों की टीज आज एक बयान के रूप में बाहर आ गई। भले ही उन्होंने यह बात कही हो कि उन्हें प्रधानमंत्री नहीं बन पाने का कोई दुख नहीं। लेकिन इससे एक बात तो साफ है कि आडवाणी अब भले ही नहीं चाहते लेकिन मोदी से पहले वह प्रधानमंत्री पद चाहते थे। उनके इस बयान में उनका दुख भी नजर आया।
आडवाणी ने बिहार के पटना में एक आवासीय विद्यालय का उद्घाटन कार्यक्रम में लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि देश का पीएम नहीं बनने का मुझए कोई दुख नहीं है। मुझे संसद में जो बी स्थान मिला है वह काफी है। उन्होंने मोदी सरकार की तारीफ करते हुए कहा कि मोदी सरकार अच्छा काम कर रही है अभी तक सरकार ने कोई आपत्ति करने जैसा कुछ नहीं किया है।
क्या हताश हो गए हैं आडवाणी
लाल कृष्ण आडवाणी के पीएम नहीं बनने पर दुख नहीं होने वाले बयान से कयास लगाए जा रहे हैं कि आडवाणी अब यह समझ चुके हैं कि उनका प्रधानमंत्री बनने का सपना अब शायद पूरा न हो पाए। कई जानकार मान रहे हैं कि नरेंद्र मोदी की लोकप्रियता के उम्मीद से ज्यादा बढ़ते देख आडवाणी ने वर्तमान स्थिति को स्वीकार कर लिया है। गौरतलब है कि नरेंद्र मोदी को जब प्रधानमंत्री का उम्मीदवार घोषित किया था तो आडवाणी ने पार्टी के सभी पदों से इस्तीफा दे दिया था।