कर्नाटक: रात में जिसे डॉक्टरों ने मृत घोषित किया, अगली सुबह वह महिला जिंदा मिली
नई दिल्ली। कर्नाटक में एक ऐसा चौंकाने वाला मामला सामने आया है जिसे देखकर डॉक्टर भी हैरान हो गए हैं। दरअसल कर्नाटक के कोप्पल में सोमवार को एक मरीज को प्राइवेट अस्पताल ने मृत घोषित कर दिया गया था। लेकिन मंगलवार की सुबह जब उसके परिवार वाले शव लेने के लिए पहुंचे तो वो जिंदा थी। जानकारी के अनुसार मंजूनाथ कुंबर की पत्नी कविता (25) को कोप्पल के गोवकोप्पा अस्पताल में कुछ दिन पहले भर्ती कराया गया था। कविता छठी बार गर्भवती हुई थीं, उनकी डिलिवरी के लिए उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था, लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया था।
कविता ने जब बच्चे को जन्म दिया तो उसका काफी खून बह गया था, जिसके बाद उन्हें केएस अस्पताल में रविवार की दोपहर को भर्ती कराया गया था। लेकिन सोमवार की रात डॉक्टरों ने कविता को मृत घोषित कर दिया था। अगली सुबह जब परिवार वाले कविता का शव लेने पहुंचे और अस्पताल के बिल वगैरह का भुगतान कर रहे थे तभी कविता की आंखे खुल गई। कविता के परिवार के लिए यह किसी चमत्कार से कम नहीं था, लेकिन परिवार वाले इस बात से भी काफी नाराज थे कि अस्पताल ने इलाज में काफी लापरवाही बरती है, जिसके बाद ये लोग डॉक्टरों के खिलाफ अस्पताल के सामने ही प्रदर्शन करने लगे।
बता दें कि कविता बगलकोट जिले के इलाकल की रहने वाली हैं, जबकि उनके पति कोप्पल के ही निवासी हैं। अस्पताल के डॉक्टरों का कहना है कि वह इस मामले की जांच करेंगे, हालांकि उन्होंने इस बारे में कुछ भी कहने से इनकार कर दिया। बहरहाल कविता के जीवित हो जाने से परिवार वाले काफी खुश हैं, उनके लिए यह किसी चमत्कार से कम नहीं है। लेकिन इस मामले के सामने आने के बाद निजी अस्पतालों में डॉक्टरों की लापरवाही भी उजागर हो गई है।
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