कौन है BJP सांसद जामयांग सेरिंग नामग्याल, जिनका अनुच्छेद 370 पर दिया भाषण हुआ वायरल
नई दिल्ली: लोकसभा में मंगलवार को जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 को हटाने को लेकर चर्चा हुई। इसमें लद्दाख के बीजेपी सांसद जामयांग सेरिंग नामग्याल ने भी हिस्सा लिया। उन्होंने लोकसभा में अपने तर्कों से विपक्ष पर जमकर हमला बोला। उनका भाषण सोशल मीडिया में जमकर वायरल हो रहा है। लोग उनके भाषण की तारीफ कर रहे हैं। इस भाषण को लेकर खूब बातें हो रही हैं। लोग लद्दाख के बीजेपी सांसद जामयांग सेरिंग नामग्याल के बारे में सर्च कर रहे हैं।
पीएम मोदी ने किया शेयर
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी बीजेपी के युवा सांसद जामयांग सेरिंग नामग्याल का वीडियो शेयर किया। उन्होंने ट्वविटर पर भाषण शेयर करते लिखा कि मेरे युवा मित्र जामयांग सेरिंग नामग्याल, जो कि लद्दाख के सांसद है, लोकसभा में एक उत्कृष्ट भाषण दिया। वह लद्दाख की हमारी बहनों और भाइयों की आकांक्षाओं को सुसंगत रूप से प्रस्तुत करता है। ये जरूर सुनना होगा। उनकी स्पीच के दौरान सत्ता पक्ष के लोगों ने जमकर मेजें थपथपाई। इस दौरान कई बार संसद में ठहाके लगे। खुद लोकसभा स्पीकर ओम बिड़ला ने भी जामयांग के भाषण की तारीफ की।
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भाषण सोशल मीडिया में वायरल
सोशल मीडिया में बीजेपी के युवा सांसद जामयांग सेरिंग नामग्याल का वीडियो वायरल हो रहा है। सब ये जानना चाहते हैं कि आखिर ये बीजेपी सांसद है कौन? उनके बारे में जानकारी खोजी जा रही है। अचानक जामयांग सेरिंग नामग्याल सोशल मीडिया के हीरो बन गए हैं। 33 साल के जामयांग लोकसभा के सबसे युवा सांसदों में से एक हैं। वो भौगोलिक नजरिए से सबसे बड़े क्षेत्र लेकिन कम आबादी वाले लद्दाख का प्रतिनिधित्व करते हैं। उन्होंने अनुच्छेद 370 के खात्मे के समर्थन में जो तर्क दिए हैं, उसने विपक्ष की बोलती बंद कर दी।
कौन है जामयांग सेरिंग नामग्याल?
जामयांग सेरिंग नामग्याल का जन्म 4 अगस्त 1985 को लद्दाख के माथो गांव में हुआ। जामयांग का परिवार बुद्धिज्म को मानता है। उनके पिता का नाम स्टैनजिन दोर्जी और मां का नाम ईशे पुतित है। जामयांग ने जम्मू यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएट हैं। जामयांग जम्मू में उस वक्त काफी चर्चा में आए थे, जब वो जम्मू यूनिवर्सिटी के कामयाब स्टूडेंट लीडर बने। वो लद्दाख के छात्र संगठन ऑल लद्दाख स्टूडेंट एसोसिएशन के साल 2011-12 में अध्यक्ष रहे।
बीजेपी ने क्यों दिया टिकट?
जामयांग सेरिंग ने लेह से बीजेपी के सदस्य के तौर पर सक्रिय राजनीति में उतरे। लद्दाख से इसके पहले सांसद चुने गए थुपस्तान चेवांग के वो प्राइवेट सेक्रेटरी रहे। साल 2015 में उन्होंने लद्दाख ऑटोनॉमस हिल डेवलपमेंट काउंसिल का चुनाव लड़ा और जीते। वो लेह से काउंसलर चुने गए। जामयांग लद्दाख ऑटोनॉमस हिल डेवलपमेंट काउंसिल के 2018 से 2019 के बीच चेयरपर्सन भी रहे। साल 2019 के लोकसभा चुनाव में लद्दाख से बीजेपी को एक काबिल उम्मीदवार की जरूरत थी। बीजेपी ने युवा जामयांग सेरिंग को लद्दाख से उम्मीदवार बनाया।
जामयांग सेरिंग के क्या हैं शौक?
बीजेपी के युवा सांसद सेरिंग कविताएं लिखते हैं। उनका एक कविता संग्रह साल 2013 में प्रकाशित हो चुका है। इसके अलावा सेरिंग ने कई पत्र-पत्रिकाओं के लिए लेख भी लिखे हैं। वह युवाओं और समाज से जुड़े मसलों पर काम करने में रुचि रखते हैं। वो जैविक खेती को बढ़ावा देने के लिए काम करना चाहते हैं। जामयांग लद्दाख लोकसभा सीट का प्रतिनिधित्व करते हैं वो देश का सबसे बड़ा लोकसभा क्षेत्र है। ये 1 लाख, 73 हजार 266 किलोमीटर के क्षेत्र में फैला है।