लद्दाख: चुनावों के बहिष्कार के आह्वान पर BJP नेता ने की टिप्पणी, विवाद बढ़ता देख मारा यू-टर्न
नई दिल्ली। लद्दाख स्वायत्त पहाड़ी विकास परिषद के चुनावों के बहिष्कार के आह्वान को 'बकवास' करार देने के बाद जम्मू-कश्मीर के भाजपा नेता अशोक कौल की मश्किलें बढ़ गई हैं। बीजेपी नेता के बयान के बाद छात्रों की एक प्रमुख इकाई लद्दाख स्टूडेंट्स एनवायरनमेंटल एक्शन फोरम (एलईएएफ) ने जमकर विरोध प्रदर्शन किया और गुरुवार को लेह बंद का आह्वान किया गया। हालांक कि विवाद बढ़ता देख शुक्रवार को बीजेपी ने अशोक कौल ने अपने बयान पर यू-टर्न ले लिया।
बीजेपी
नेता
ने
दी
सफाई
लेह
में
भाजपा
के
राष्ट्रीय
महासचिव
राम
माधव
के
साथ
एक
यात्रा
में
शामिल
अशोक
कौल
ने
मीडिया
से
बात
करते
हुए
कहा
कि
वह
लद्दाख
के
लोगों
द्वारा
की
गई
सभी
मांगों
के
साथ
खड़े
हैं।
कौल
ने
कहा,
उनके
बयान
को
मीडिया
में
तोड़-मरोड़
कर
पेश
किया
गया।
बता
दें
कि
मंगलवार
को
दिप्रिंट
से
बात
करते
हुए
अशोक
कौल
ने
अगले
महीने
होने
वाले
चुनावों
के
बहिष्कार
का
आह्वान
करने
वाली
शीर्ष
इकाई
के
प्रस्ताव
को
यह
कहते
हुए
'बकवास'
करार
दिया
था
कि
इसका
कोई
मतलब
नहीं
है।
चुनाव
के
खिलाफ
पस्ताव
पारित
गौरतलब
है
कि
अगले
महीने
लद्दाख
स्वायत्त
पहाड़ी
विकास
परिषद
के
चुनाव
होने
है
जिसके
बहिष्कार
के
लिए
पीपुल्स
मूवमेंट
ऑफ
सिक्स्थ
शेड्यूल
की
सर्वोच्च
इकाई
ने
मंगलवार
को
एक
प्रस्ताव
पारित
किया
था।
आपको
बता
दें
कि
यह
एक
नवगठित
समूह
है
जिसमें
प्रमुख
स्थानीय
धार्मिक
समूहों
के
नेता
और
भाजपा,
कांग्रेस
और
आप
आदि
राजनीतिक
दलों
की
इकाइयां
शामिल
हैं।
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होटल
के
बाहर
छात्रों
ने
किया
प्रदर्शन
बीजेपी
नेता
अशोक
कौल
के
बयान
के
बाद
लेह
में
काफी
हंगामा
हुआ।
जिस
होटल
में
वह
रुके
थे
वहां
भी
लद्दाख
स्टूडेंट्स
एनवायरनमेंटल
एक्शन
फोरम
(एलईएएफ)
के
कार्यकर्ताओं
ने
जमकर
विरोध
प्रदर्शन
किया।
बात
यहीं
खत्म
नहीं
हुई,
इसके
अगले
दिन
पीपुल्स
मूवमेंट
फॉर
सिक्स्थ
शेड्यूल
की
सर्वोच्च
इकाई
की
तरफ
से
बंद
का
आह्वान
किया
गया।