टाइम पर नहीं बन सका कांग्रेस पार्टी का नया ऑफिस, सामने आई बड़ी वजह
नई दिल्ली। कुछ साल पहले देश की सबसे बड़ी राजनीतिक पार्टी रही कांग्रेस के पास अपने नए कार्यालय के निर्माण कार्य को पूरा करने के लिए धन नहीं बचे हैं। इसके साथ-साथ पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव ने पार्टी की आर्थिक स्थिति को और कमजोर कर दिया है। जिसकी वजह से राउस एवेन्यू स्थिति पार्टी के नए कार्यालय का निर्माण कार्य समय पर पूरा नहीं हो सका है। पार्टी ने अपने नए कार्यालय के निर्माण के लिए नवंबर तक तकी डेड लाइन तय कर रखी थी लेकिन अभी तक काम पूरा नहीं हो पाया है। इन नए कार्यालय को इंदिरा भवन नाम दिया गया है।
40 साल पुराने कार्यालय को करना पड़ा खाली
बता दें कि कांग्रेस पार्टी को इसी साल अकबर रोड स्थिति अपने 40 साल पुराने कार्यलय को खाली करना पड़ा था। इसके साथ-सआथ रायसिना रोड स्थित युथ कांग्रेस के कार्यालय को भी खाली करना पड़ा था। नवंबर 2016 में कांग्रेस पार्टी के नए कार्यालय भवन का निर्माण कार्य शुरू हुआ और 2018 नवंबर तक इसको पूरा करने का लक्ष्य रखा गया था। कार्यालय के निर्माण की जिम्मेदारी एल एंड टी कंस्ट्रक्शन कंपनी को दिया गया है। जानकारी के मुताबिक कांग्रेस पार्टी के इस नए कार्यालय भवन के निर्माण की लागत 172 करोड़ रुपए निर्धारित है।
160 करोड़ रुपए हैं बिल्डिंग की लागत
एक कांग्रेस अधिकारी ने ईटी को बताया, कुल निर्माण लागत 160.76 करोड़ रुपये है। बाकी सरकारी टैक्स है। अब तक निर्माण पर करीब 80 करोड़ रुपये खर्च किए गए हैं। बाहरी काम लगभग पूरा हो गया है। केवल अंदर का काम बचा हुआ है। पार्टी के नेताओं की माने तो जुलाई से सिंतबर के बीच निर्माण कार्य धीमा हो गया। पार्टी ने पब्लिक से फंड इकट्ठा करने की बात कही थी लेकिन उस पर अभी तक अमल नहीं हो पाया है। लेकिन कुछ फंड मिलने के बाद अक्टूबर में काम सुचारू रूप से शुरू कर दिया गया है।
विधानसभा चुनाव की वजह से हो रही देरी
पार्टी के नेताओं की माने तो अगर फंड आने में लेटलतीफी नहीं होती तो कंपनी चार महीने में पार्टी कार्यालय के निर्माण कार्य को पूरा कर सकती है। लेकिन पांच राज्यों में विधानसभा चुनावों की वजह से पार्टी के नेता प्रचार और दौरों में व्यस्त हैं। हालांकि कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता मोतीलाल वोरा और अहमद पटेल नियमित रूप से साइट पर जाते हैं और निर्माण कार्य का जायजा लेते हैं। लेकिन व्यस्तता की वजह से उनका भी आना कम हो गया है। इस बिल्डिंग की डिजाइन आर्किटेक्ट पुरस्कार विजेता और ठेकेदार हफीज ने किया है। कार्यालय के निर्मणा के लिए 21,008 वर्ग फीट की जमीन निर्धारित की गई है। इसमें पांचवीं मंजिल पर राहुल गांधी का ऑफिस होगा।