महाराष्ट्र में सरकार गठन के फॉर्मूले पर कुमार विश्वास ने ली चुटकी, लिखा- बिहार, कर्नाटक में तो...
नई दिल्ली। महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव के दो हफ्ते गुजर जाने के बाद भी सरकार गठन को लेकर तस्वीर साफ नहीं हो पाई है। बीजेपी के इनकार करने के बाद शिवसेना को राज्यपाल ने सरकार बनाने का न्योता दिया था। वहीं, बीजेपी से खींचतान के बाद शिवसेना की एनसीपी-कांग्रेस के साथ मिलकर सरकार बनाने की कोशिशें जारी हैं। हालांकि, अभी तक एनसीपी और कांग्रेस की तरफ से इसको लेकर अंतिम फैसला नहीं हो पाया है। लेकिन जैसे ही कांग्रेस के शिवसेना को समर्थन देने की बातें मीडिया में आने लगीं, तो इसको लेकर सवाल किए जाने लगे। इसपर कवि डॉ. कुमार विश्वास ने अपने अंदाज में मीडिया को सवालों के घेरे में लेते हुए बीजेपी पर निशाना साधा।
कुमार विश्वास ने यूं साधा निशाना
महाराष्ट्र के राजनीतिक घटनाक्रम पर कुमार विश्वास ने ट्वीट किया, 'पिछले अनेक अवसरों पर हरियाणा, बिहार, कश्मीर, कर्नाटक आदि प्रदेशों में, प्रत्येक दल द्वारा किए गए मौकापरस्त व अनैतिक गठबंधनों को 'मास्टर-स्ट्रोक' बताते आ रहे चैनलों के चर्चा-चक्रवर्ती एंकरों के मुंह से महाराष्ट्र के बहाने 'नैतिकता पर प्रवचन' सुनना कितना क्यूट लग रहा है।'
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कुमार विश्वास ने इन राज्यों का किया जिक्र
दरअसल, हाल ही में हरियाणा में बीजेपी ने अकेले चुनाव लड़ा था लेकिन सरकार बनाने के लिए दुष्यंत चौटाला की पार्टी जेजेपी से गठबंधन किया था। जम्मू-कश्मीर में पार्टी ने पीडीपी के साथ गठबंधन किया था, वहीं, कर्नाटक में काफी उठापटक के बाद बीजेपी सत्ता हासिल कर पाई। बिहार में नीतीश कुमार-लालू यादव के अलग होने के बाद पार्टी ने जदयू को समर्थन दिया था और राज्य में जदयू-बीजेपी के गठबंधन वाली सरकार बनी।
पवन खेड़ा ने भी मीडिया को घेरा
कांग्रेस के प्रवक्ता पवन खेड़ा ने भी इन सवालों पर मीडिया को घेरा। उन्होंने ट्वीट किया कि वो करें तो 'चाणक्य, ज़िंदाबाद' हम करें तो 'घोर अवसरवाद' टीवी पर मची अफरा-तफरी और हाहाकार है। मीडिया के मेरे साथियों, आपकी जय-जयकार है।' बता दें कि शिवसेना का बीजेपी के साथ 30 साल पुराना गठबंधन टूट गया है। शिवसेना ने बीजेपी के सामने सरकार बनाने को लेकर 50-50 फॉर्मूले की मांग रखी थी, लेकिन बीजेपी का दावा है कि ऐसा कोई समझौता नहीं हुआ।
महाराष्ट्र में सरकार बनाने की कोशिशें जारी
सोमवार को मोदी सरकार में मंत्री रहे शिवसेना सांसद अरविंद सावंत ने इस्तीफा दे दिया। इसके साथ ही महाराष्ट्र में अब बीजेपी-शिवसेना की सरकार बनने की संभावनाएं खत्म हो चुकी हैं। फिलहाल, कांग्रेस-एनसीपी के फैसले पर शिवसेना की सारी उम्मीदें टिकी हैं। जबकि, राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने एनसीपी को भी सरकार बनाने का न्योता दे दिया है, जिसके कारण राजनीतिक उठापटक और तेज होती दिखाई दे रही है।