कानपुर एनकाउंटर में कुमार विश्वास को अंदर के किसी भेदिए पर शक, लिखी फेसबुक पोस्ट
कानपुर एनकाउंटर में 8 पुलिसकर्मियों के शहीद होने के मामले पर कुमार विश्वास ने एक फेसबुक पोस्ट लिखी है...
नई दिल्ली। यूपी की कानून-व्यवस्था उस वक्त सवालों के घेरे में आ गई, जब कुख्यात हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे को पकड़ने के लिए रेड डालने पहुंची पुलिस की टीम पर बदमाशों ने अंधाधुंध फायरिंग कर दी। बदमाशों की तरफ से की गई कार्रवाई में सीओ समेत 8 पुलिसकर्मी शहीद हो गए। इस एनकाउंटर को लेकर विपक्ष ने यूपी की योगी सरकार को निशाने पर लेते हुए तीखा हमला बोला। घटना को लेकर सीधे तौर पर सवाल उठ रहे हैं कि बदमाशों को पुलिस के दबिश देने की जानकारी क्या पहले से थी? वहीं, इस मामले में कवि और आम आदमी पार्टी के पूर्व नेता कुमार विश्वास ने भी फेसबुक पोस्ट लिखकर कहा है कि अंदर के किसी भेदिए के बिना बदमाशों का इतना दुस्साहस संभव नहीं।
कुमार विश्वास ने लिखी ये पोस्ट
कुमार विश्वास ने अपनी फेसबुक पोस्ट में लिखा है, 'कर्तव्यपथ पर शहीद हुए कानपुर के जांबाज यूपी पुलिस के कर्मियों को सश्रृद्ध नमन! अंदर के किसी भेदिए की लीक व शह के बिना, अपराधियों का इतना दुस्साहस संभव ही नहीं! न्याय व्यवस्था पर प्रश्न कोर्ट की अवमानना कहलाती है किंतु मैं उन जज साहेब पर कम से कम आश्चर्य करने का अधिकार मांगता हूं, जिन्होंने थाने में घुसकर एक दर्जा प्राप्त राज्यमंत्री की हत्या के अपराध में कैद विकास दुबे जैसे हिस्ट्रीशीटर को जमानत कैसे और क्यों दी? मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से आग्रह है कि कोरोना की तरह यह भी आपकी प्रथम प्राथमिकता होनी चाहिए कि दोनों तरफ़ के अपराधी यथाशीघ्र दंडित हों।'
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बदमाशों ने की छतों पर छिपकर फायरिंग
आपको बता दें कि हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे के खिलाफ संगीन धाराओं में 60 आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं। गुरुवार देर रात पुलिस की टीम विकास दुबे की तलाश में बिकारु गांव में रेड डालने गई थी कि तभी बदमाशों ने उनके ऊपर फायरिंग कर दी। इस मामले की जानकारी देते हुए कानपुर के एसएसपी ने बताया, 'हमें विकास दुबे के खिलाफ हत्या के प्रयास की शिकायत मिली थी, जिसके बाद पुलिस टीम को उसे गिरफ्तार करने के लिए भेजा गया था। बदमाश पहले से घात लगाए बैठे थे और उन्होंने रास्ते में जेसीबी मशीन खड़ी की हुई थी। पुलिस जैसे ही अपनी गाड़ियों से उतरी, बदमाशों ने टीम पर फायरिंग शुरू कर दी। पुलिस ने भी जवाबी फायरिंग की, लेकिन बदमाश छतों पर छिपकर फायरिंग कर रहे थे, जिसकी वजह से हमारे 8 पुलिसकर्मी शहीद हुए।'
सीएम योगी ने कहा- बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा
वहीं, इस मामले में यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने डीजीपी एससी अवस्थी को निर्देश देते हुए कहा कि बदमाशों को जल्द से जल्द गिरफ्तार कर उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए। सीएम योगी ने ट्वीट करते हुए कहा, 'जनपद कानपुर में 'कर्तव्य पथ' पर अपना सर्वस्व न्योछावर करने वाले 8 पुलिसकर्मियों को भावभीनी श्रद्धांजलि। शहीद पुलिसकर्मियों ने जिस अपरिमित साहस व अद्भुत कर्तव्यनिष्ठा के साथ अपने दायित्वों का निर्वहन किया, उ.प्र. उसे कभी भूलेगा नहीं। उनका यह बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा।'
यूपी में अपराधी बेखौफ हैं- प्रियंका गांधी
इस घटना के बाद यूपी सरकार विपक्ष के भी निशाने पर आ गई। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने ट्वीट कर कहा, 'बदमाशों को पकड़ने गई पुलिस पर बदमाशों ने अंधाधुंध फायरिंग कर दी, जिसमें यूपी पुलिस के सीओ, एसओ सहित 8 जवान शहीद हो गए। यूपी पुलिस के इन शहीदों के परिजनों के साथ मेरी शोक संवेदनाएं। यूपी में कानून व्यवस्था बेहद बिगड़ चुकी है, अपराधी बेखौफ हैं। आमजन व पुलिस तक सुरक्षित नहीं है। कानून व्यवस्था का जिम्मा खुद सीएम के पास है। इतनी भयावह घटना के बा उन्हें सख्त कार्यवाही करनी चाहिए। कोई भी ढिलाई नहीं होनी चाहिए।'
'सत्ता का भंडाफोड़ होना चाहिए'
वहीं, सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने मामले पर कहा, 'कानपुर की दुखद घटना में पुलिस के 8 वीरों की शहादत को श्रद्धांजलि! उप्र के आपराधिक जगत की इस सबसे शर्मनाक घटना में ‘सत्ताधारियों और अपराधियों ‘की मिलीभगत का खामियाजा कर्तव्यनिष्ठ पुलिसकर्मियों को भुगतना पड़ा है। अपराधियों को जिंदा पकड़कर वर्तमान सत्ता का भंडाफोड़ होना चाहिए।'