कुमार ज्ञानेश होंगे साउथ-ईस्ट दिल्ली के नए DCP, चुनाव आयोग ने चिन्मय बिस्वाल का किया तबादला
नई दिल्ली। दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए मतदान से पहले इलेक्शन कमीशन ने दक्षिण पूर्व दिल्ली के डीसीपी चिन्मय बिस्वाल के ट्रांसफर का आदेश दिया। बताया जा रहा है कि पिछले दिनों जामिया इलाके में हुई फायरिंग के सिलसिले में चुनाव आयोग ने चिन्मय बिस्वाल के खिलाफ कार्रवाई की है। मिल रही जानकारी के मुताबिक कुमार ज्ञानेश को चिन्मय बिस्वाल के स्थान पर दक्षिण पूर्व दिल्ली का भार लेने को कहा गया है। बता दें चिन्मय बिस्वाल 2008 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं।
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक चुनाव आयोग ने दिल्ली में एक ही सप्ताह में दो बार हुई फायरिंग की घटना के बाद सतर्कता बरतते हुए यह फैसला लिया है। अब चिन्मय बिस्वाल गृह मंत्रालय को रिपोर्ट करेंगे, दिल्ली विधानसभा चुनाव की तारीख नजदीक है ऐसे में यह फैसले चुनाव के ध्यान में रखते हुए लिया गया है। प्राप्त जानकारी के मुताबिक गृह मंत्रालय और दिल्ली पुलिस आयुक्त नियमित रूप से डीसीपी (दक्षिण-पूर्व) के रूप में उपयुक्त अधिकारी को पद भार सौंपने के लिए तुरंत तीन नामों का एक पैनल चुनाव आयोग को भेज सकते हैं।
डीसीपी चिन्मय बिस्वाल के ट्रांसफर के बाद दिल्ली पुलिस आयुक्त अमूल्य पटनायक का एक बयान सामने आया है। रविवार को उन्होंने मीडिया बताया कि दिल्ली के शाहीन बाग में प्रदर्शन कर लोगों से अपील की गई है कि वह सार्वजनिक असुविधा को ध्यान में रखते हुए मुख्य सड़क से विरोध प्रदर्शन को स्थानांतरित करें। हालांकि प्रदर्शन लंबे समय से चलने की वजह से हमें वहां बैरिकेड और उचित व्यवस्था करनी पड़ी थी।
अमूल्य पटनायक ने आगे कहा कि पुलिस की मुस्तैदी की वजह से जो लोग वहां हथियारों के साथ आए थे उनमें कुछ और करने की हिम्मत नहीं थी। दिल्ली में दो अलग-अलग स्थानों पर ऐसी घटनाएं हुईं लेकिन वह दोनों घटना एक दूसरे से जुड़ी नहीं है। अमूल्य पटनायक ने आगे कहा कि हमने शाहीन बाग के साथ-साथ उन स्थानों की सुरक्षा कड़ी कर दी है जहां विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं।
उन्होंने कहा, शाहीन बाग में हम प्रदर्शनकारियों से अपील कर रहे हैं क्योंकि उनमें ज्यादातर महिलाएं और बच्चे हैं, हमने सोचा कि उन्हें प्रेरक तरीके से संपर्क करना बेहतर है। हम उम्मीद करते हैं कि धीरे-धीरे उन्हें एहसास होगा कि लोग असुविधा का सामना कर रहे हैं और दिल्ली पुलिस को सुनेंगे और इसे साफ कर देंगे। दिल्ली विधानसभा चुनाव के मद्दे नजर उकसाने वाले भाषणों पर नजर रखी जा रही है, कुछ मामलों में चुनाव आयोग ने भी संज्ञान लिया है। असुरक्षित स्थानों को कवर किया जाएगा और चुनाव के दौरान किसी भी बाधा को सामान्य तरीके से नहीं लिया जाएगा।
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