नेपाली पीएम ओली ने निभाई एक पुरानी परंपरा इसलिए पीएम मोदी ने किया अपने घर पर स्वागत
शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, नेपाल के प्रधानमंत्री केपी ओली से द्विपक्षीय वार्ता करेंगे। इस वार्ता से पहले पीएम मोदी ने ओली से अपने आधिकारिक निवास पर मुलाकात की। पीएम मोदी ने नेपाली भाषा में ट्वीट कर नेपाली पीएम ओली का स्वागत किया। ओली तीन दिनों की यात्रा पर शुक्रवार को भारत पहुंचे हैं।
नई दिल्ली। शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, नेपाल के प्रधानमंत्री केपी ओली से द्विपक्षीय वार्ता करेंगे। इस वार्ता से पहले पीएम मोदी ने ओली से अपने आधिकारिक निवास पर मुलाकात की। पीएम मोदी ने नेपाली भाषा में ट्वीट कर नेपाली पीएम ओली का स्वागत किया। ओली तीन दिनों की यात्रा पर शुक्रवार को भारत पहुंचे हैं। फरवरी में पीएम बनने के बाद उनकी यह पहली विदेश यात्रा है। खास बात है कि ओली को चीन की तरफ से भी आमंत्रण मिला था और आठ नवंबर को ओली चीन की यात्रा पर जाने वाले थे लेकिन उन्होंने अपनी चीन की यात्रा कैंसिल कर, भारत आने का ऐलान किया। ओली, चीन के करीबी हैं और उनकी यह भारत यात्रा नेपाल के साथ रिश्तों को बेहतर करने की दिशा में एक बेहतर मौका हो सकती है।
नेपाली पीएम ने निभाई परंपरा
नेपाली पीएम ओली को चीन से आठ अप्रैल को उनके देश का दौरा करने का आमंत्रण दिया था। चीन के निमंत्रण को कैंसिल करके ओली भारत आए हैं और ऐसा करके उन्होंने एक परंपरा निभाई है। दरअसल किसी भी नेपाली पीए को पीएम बनने के बाद पहले भारत की यात्रा करनी होती है। इस वजह से ही ओली पहले दिल्ली पहुंचे हैं। पीएम मोदी ने ओली के साथ आधिकारिक निवास पर हुई मुलाकात की फोटोग्राफ्स ट्वीट की थीं। नेपाली पीएम जब पीएम मोदी से मुलाकात करेंगे तो उनका मकसद दोनों देशों के बीच संबंधों को मजबूत करना होगा। ओली ने पीएम मोदी से मुलाकात करने के अलावा दिल्ली में नेपाली दूतावास के कर्मियों से भी मुलाकात की।
दोस्ती सबसे अहम है
राष्ट्रपति भवन में राजकीय स्वागत के बाद ओली ने मीडिया से भी बात की। उन्होंने कहा, 'दोस्ती सबसे अहम है और दोस्ती के साथ किसी भी तरह की तुलना नहीं है। किसी भी तरह का समझौता या संधि, दोस्ती से ही शुरू होती है। हमारे पड़ोसियों, खासतौर पर भारत के साथ हम पहले दोस्ती की उम्मीद करते हैं।' पीएम मोदी के साथ द्विपक्षीय वार्ता के अलावा पीएम मोदी गृहमंत्री राजनाथ सिंह और विदेश मंत्री सुषमा स्वराज से भी मुलाकात कर सकते हैं। अपने भारत दौरे से पहले ओली ने कहा था कि उनके दौरे पर उनका सबसे ज्यादा ध्यान पूर्व में हुए उन समझौतों पर होगा जो भारत और नेपाल के बीच हुए हैं। उन्होंने नए सौदों की संभावना से इनकार कर दिया था। उन्होंने कहा था कि वह भारत के साथ भरोसेमंद रिश्ते कायम करना है और द्विपक्षीय संबंधों में मौजूद किसी भी तरह के संदेह को दूर करना है।
ओली को कड़ा संदेश देने के मूड में मोदी
पीएम मोदी अपने नेपाली समकक्ष को साफ कर सकते हैं कि यह नेपाल की मर्जी है वह जितने मर्जी उतने बांध चीन के हाथों में सौंप सकता है। लेकिन इसके बाद वह भारत से यह उम्मीद न रखें कि उसे बिजली की सप्लाई होगी। ओली, भारत के साथ बिगड़े संबंधों को सुधारने के मकसद से भारत आए हैं। ओली, चीन के करीबी हैं और वह पूर्व में अपने कई बयानों से इस बात को साबित कर चुके हैं।नेपाल में 2.5 बिलियन डॉलर की लागत से बुधी गंडकी डैम प्रोजेक्ट पर काम हो रहा ह। नेपाल के मध्य-पश्चिम में स्थित इस नदी पर बनने वाला बांध ही दरअसल भारत और चीन के संबंधों में रस्साकसी का विषय बन गया है।
रविवार को क्या करेंगे ओली
पीएम ओली राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मुलाकात करने के अलावा उप-राष्ट्रपति वैंकेया नायडू से भी मुलाकात करेंगे। ओली रविवार को उत्तराखंड के पंतनगर में स्थित जीबी पंत यूनिवर्सिटी ऑफ एग्रीकल्चर एंड टेक्नोलॉजी का दौरा भी करेंगे। वह यहां पर ब्रीडर सीड प्रोडेक्शन सेंटर जाएंगे। इसके अलावा ओली को यूनवर्सिटी की ओर से सम्मानित भी किया जाएगा। इस कार्यक्रम के बाद वह शाम को दिल्ली से काठमांडू के लिए रवाना हो जाएंगे।