कोझिकोड क्रैश: जानिए एयर इंडिया प्लेन क्रैश के चंद सेकेन्ड्स पहले क्या हुआ, यात्री ने बयां किया ये हादसा
कोझिकोड क्रैश: जानिए एयर इंडिया क्रेश के चंद सेकेन्ड्स पहले क्या हुआ, यात्री ने बयां किया ये हादसा
बेंगलुरु। केरल के कोझिकोड एयरपोर्ट पर शुक्रवार रात एक दिल दहला देने वालाप्लेन हादसा हुआ, यहां एयर इंडिया एक्सप्रेस का विमान रनवे पर फिसलने के कारण आगे निकल गया। इस दौरान विमान फिसल कर वैली में गिर गया और जिसमें पायलट और को पायलट समेत 19 लोगों की मौत हो गई, जबकि 120 से ज्यादा लोग घायल हुए। ये विमान दुबई से 191 यात्रियों को कालीकट लेकर आ रहा था, जो वंदे भारत मिशन के तहत घर वापस आ रहे थे। अचानक हुए इस हादसे से दर्जनों परिवारों के लोगों की जान जाने से उनके घरों में मातम छा गया है। वहीं कुछ भाग्यशाली हैं जो इस हादसे में जिंदा बच गए हैं। इन्हीं में एक दुबई में प्लम्बर का काम करने वाला रंजीत पनागढ़ भी है। उसने बताया कि दुर्घटना के चंद सेकेन्ड पहले आखिर क्या हुआ ?
प्लेन लैडिंग से पहले पायलट ने की रेगुलर एनाउंसमेंट और....
केरल के कोझीकोड में दुर्घटनाग्रस्त हुई एयर इंडिया एक्सप्रेस की उड़ान के यात्री रंजीत पनागढ़ जो कि इस दुर्घटना में चोटिल होने के बाद अस्पताल में भर्ती हैं। उन्होंने टेलीफोनिक इंटरव्यू में बताया कि फ्लाइट के सभी यात्री अपने घर वापस आने को लेकर बहुत उत्साहित थे। रंजीत ने बताया कि विमान की लैडिंग के पहले पायलट ने रेगुलर लैडिंग की सूचना की घोषणा की। पायलट की रेगुलर एनाउंसमेंट के बाद जैसे ही प्लेन लैडिंग के लिए उतरी तो फिसलने के कारण बहुत जोर से शेक करने लगा और चंद सेकेन्ड में आखों के सामनेअंधेरा हो गया और फ्लाइट सीधे नाक के बल नीचे गिर गई।
प्लेन में चीख-पुकार मच गई लोग जान बचाने के लिए ....
रंजीत ने बताया कि फ्लाइट में चंद सेकेन्ड में चीख पुकार मच गई। खून से लथपथ लोग फ्लाइट के इमरजेन्सी द्वार से जान बचाने के लिए निकलने की कोशिश करने लगे। इमजेन्सी गेट पर पहुंचने के लिए लोगों में होड़ मच गई। वहीं जो लोग जो गंभीर रुप से घायल थे वो दर्द से कराह रहे थे बहुत से लोगों को बहुत ब्लीडिंग हो रही थी और कुछ लोग बच गए थे। उन्होंने बताया कि अभी जब पूरा हादसा याद करने के लिए दिमाग पर जोर डालता हूं तो मेरा शरीर कांपने लगता है। उन्होंने कहा कि महामारी में दुबई में फंसे भारतीय महीनों बाद अपने घर वापस पहुंचने के लिए बहुत उत्साहित थे लेकिन जब अपने वतन पहुंचते ही वो इस हादसे का शिकार हो गए।
हादसे में 19 लोगों की मौत और 15 लोग गंभीर रुप से हुए हैं घायल
गौरतलब है कि केरल का कोझिकोड का ये एयरपोर्ट हिल टॉप पर स्थित हैं। आधिकारिक सूचना के अनुसार रनवे बारिश के पानी से भरा हुआ था और उस पर लैंडिंग करते समय पहुंचते ही विमान जोर से शेक हुआ और कुछ ही पल में फिसल गया और सीधे रन ड्राइव से नीचे वैली में गिर गया और एक दीवार से टकराने के बाद दो भागों में टूट गया। केरल के एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी अब्दुल करीम ने बताया कि शुक्रवार रात घायलों में से कम से कम 15 की हालत गंभीर थी। मृतकों में एयर इंडिया एक्सप्रेस की उड़ान के दोनों पायलट शामिल थे।
दो साल पहले टल गया था ऐसा हादसा, 180 यात्री थे सवार
शनिवार को इस फ्लाइट का उड़ान डेटा रिकॉर्डर भी बरामद किया विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो ने मलबे पर काम शुरू कर दिया। एयर इंडिया एक्सप्रेस ने कहा कि पीड़ितों के परिवारों की सहायता के लिए इसकी टीमें भी कालीकट पहुंची। विमान का मलबा एक समतल पहाड़ी के नीचे पड़ा हुआ है। मलबे में लोगों का सामान आस-पास सामान बिखरा पड़ा है। बता दें इसी तरह की त्रासदी को एक साल पहले इसी हवाई अड्डे पर बहुत मुश्किल से टाली थी। जब एयर इंडिया एक्सप्रेस की उड़ान में लैंडिंग के दौरान उसकी टेल पर चोट लगी थी। उस उड़ान में 180 यात्रियों में से कोई भी घायल नहीं हुआ था।
रनवे बारिश के मौसम में लैंडिंग के काबिल बिल्कुल नहीं है
केरल का कोझिकोड का ये एयरपोर्ट हिल टॉप पर स्थित हैं। कोझिकोड का 2,850 मीटर (9,350 फुट) का रनवे समतल पहाड़ी पर है, जिसमें 34 मीटर (112 फुट) की ढलान के साथ दोनों ओर गहरी खाइयां हैं। नागरिक उड्डयन मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने एक बयान में कहा कि उड़ान "बारिश की स्थिति में रनवे का निरीक्षण किया जाता है लेकिन ये फ्लाइट फिसलने के कारण वैली में गिरने से दो टुकड़ों में टूट बंट गई। मालूम हो कि इस हादसे में जांच करने वाले प्रश्नों में न केवल विमान, मौसम और पायलट शामिल हैं, बल्कि रनवे भी शामिल है।गर 9 साल पहले एक्सपर्ट की सुनी गई होती तो यह हादसा शायद होता ही नहीं। 9 साल पहले ही सेफ्टी अडवाइजरी कमिटी के सदस्य मोहन रंगनाथन ने चेतावनी दी थी कि यह रनवे बारिश के मौसम में लैंडिंग के काबिल बिल्कुल नहीं है