Kozhikode Plane Crash: क्वॉरंटीन किए गए 600 स्थानीय, जिन्होंने घायल यात्रियों की मदद की थी
नई दिल्ली। दुबई से वंदे भारत मिशन के तहत भारत लाए जा रहे यात्रियों से भरे विमान के कोझिकोड हवाई अड्डे पर दुर्घटनाग्रस्त होने के बाद यात्रियों के बचाव- राहत कार्य के लिए पहुंचे 600 स्थानीय लोगों अनिवार्य 14 दिनों के क्वॉरंटीन में भेजा गया है। यह इसलिए, क्योंकि भारी बारिश कोविड-19 मानदंडों की परवाह किए बिना स्थानीयों ने राहत कार्य में मदद किया था। क्वॉरंटीन में गए लोगों में मलप्पुरम कलेक्टर के गोपालकृष्णन भी शामिल हैं।
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मेनहोल
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घंटों
भारी
बारिश
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बुजुर्ग
महिला
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हवाई अड्डे का इलाका किसी भी स्थानीय के लिए निषिद्ध क्षेत्र में आता है
दरअसल, हवाई अड्डे का इलाका किसी भी स्थानीय के लिए निषिद्ध क्षेत्र में आता है, लेकिन दुर्घटना के बारे में जानकारी होने पर कई स्थानीय लोग दुर्घटनास्थल पर पहुंच गए थे और दुर्घटना में घायल यात्रियों के बचाव राहत कार्य में जुट गए थे, जिससे उनके कोरोना संक्रमित होने की संभावना बढ़ गई है, इसलिए केरल सरकार ने ऐसे सभी लोगों को क्वॉरंटीन में भेजने का फैसला कियाा, क्योंकि बचाव-राहत कार्य के दौरान सभी जरूरी मानदंड़ों का पालन नहीं किया था।
हम एक बड़ी दुर्घटना की आवाज सुनकर घटनास्थल पर पहुंचेः शबीर एपी
दुर्घटनाग्रस्त विमान के यात्रियों के बचाव कार्यों में शामिल स्थानीय शबीर एपी घटना को याद करते हुए कहा, हम एक बड़ी दुर्घटना की आवाज सुनकर घटनास्थल पर पहुंचे। जब हम वहां पहुंचे तो पहले से ही लगभग 10-15 लोग पहुंच चुके थे। मौके पर भारी बारिश हो रही थी। शुरू में उड़ान में आग लगने का डर था, लेकिन रोने की आवाज सुनकर हम सभी सब कुछ भूल गए और लोगों को बचाने की कोशिश की।
लैंडिंग के दौरान दुर्घटनाग्रस्त हो गया था एयर इंडिया एक्सप्रेस का विमान
कोझीकोड हवाई अड्डे पर लैंडिंग के दौरान एयर इंडिया एक्सप्रेस का विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया था, जिसमें करीब 18 लोग मारे गए थे और 100 से अधिक घायल हो गए थे। इस दौरान स्थानीय लोगों ने दुर्घटना में घायल यात्रियों की निस्वार्थ सेवा की थी, जिसकी विभिन्न क्षेत्र के लोगों ने प्रशंसा की है। पुलिस सूत्रों ने बताया कि राहत अभियान में हिस्सा लेने वाले 135 स्थानीय लोग और 42 पुलिसकर्मी क्वॉरंटीन में चले गए हैं, क्योंकि उन्होंने रक्षा उपकरण या दस्ताने नहीं पहन रखे थे और वे घायलों के सम्पर्क में आए थे।
दुर्घटना में मारे गए यात्रियों में से एक का कोरोना टेस्ट पॉजिटिव आया था
चूंकि दुबई से यात्रियों को लेकर कोझिकोड पहुंची दुर्घटनाग्रस्त एयर इंडिया एक्सप्रेस विमान वंदे भारत मिशन का हिस्सा थी और कोविद -19 प्रोटोकॉल के तहत यात्रियों को 14 दिनों के लिए होम क्वॉरंटाइन में रहना था, क्योंकि दुर्घटना में मारे गए यात्रियों में से एक का कोरोना टेस्ट पॉजिटिव आया था। उनमें से 114 लोग विभिन्न अस्पतालों में उपचार किया जा रहा हैं, जिनमें लगभग 16 की हालत गंभीर बनी हुई है। दुर्घटना में पायलट और सह-पायलट समेत 18 लोगों की जान चली गई थी।