कोरोना वायरस से पाकिस्तान में संकट गहराया, अमीर देशों से लगाई कर्जमाफी की गुहार
नई दिल्ली- कोरोना वायरस के गहराते संकट के मद्देनजर मंगलवार को पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से अपील की है कि वे इस महामारी से निपटने में पाकिस्तान समेत बाकी विकासशील देशों की मदद करें। इसके लिए उन्होंने अमीर देशों से गुहार लगाई है कि वो गरीब देशों की सहायता के लिए कर्ज माफ करने पर विचार करें। इमरान ने एक इंटरव्यू में ये अपील की है। गौरतलब है कि जब इस वैश्विक महामारी से साथ मिलकर निपटने के लिए पीएम मोदी ने सार्क देश के नेताओं के साथ चर्चा की तो इमरान खुद नहीं आए और एक मंत्री को भेज दिया था, जो उसमें भी कश्मीर का मुद्दा उठाकर चला गया।
मदद करो या हो जाएगा बहुत बुरा हाल
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने एक तरह से कोरोना वायरस से निपटने को लेकर दुनिया के सामने हाथ खड़े कर दिए हैं। उन्होंने कहा है कि इस संक्रमण के प्रकोप से बचने के लिए पाकिस्तान के पास न तो क्षमता है और न ही संसाधन ही हैं। हालांकि, उन्होंने अपना पक्ष मजबूत करने के लिए दुनिया के दूसरे विकासशील और गरीब देशों की हालात का भी हवाला दिया है। उन्होंने इस बात पर गहरी चिंता जताई है कि कोरोना वायरस की वजह से उनके जैसे देशों का निर्यात गिर जाएगा, बेरोजगारी बढ़ेगी और जाहिर है कि ऐसे में गरीबी और भूख की मार झेल रहे देशों के लिए कर्ज उतारना असंभव हो जाएगा। हालांकि, इमरान को लगता है कि जिस आर्थिक संकट के दौर से उनका देश गुजर रहा है उससे भारत और इस उपमहाद्वीप के बाकी देश और अफ्रीकी देश भी गुजर रहे होंगे।
कोरोना संकट में कर्जमाफी की गुहार
इमरान ने साफ कहा है कि कोरोना वायरस जैसे वैश्विक महामारी से निपटने के संसाधन उनके जैसे देशों के पास नहीं है। इमरान ने इंटरव्यू में कहा है, 'अगर यह फैलता है तो हमें अपने स्वास्थ्य सुविधाओं की वजह से समस्याओं का सामना करना पड़ेगा। हमारे पास उतनी क्षमता नहीं है। हमारे पास संशाधन भी नहीं हैं। ....विश्व समुदाय को हमारे जैसे बेहद लाचार देशों का कुछ कर्ज माफ करने के बारे में सोचना चाहिए। इससे कम से कम हम लोगों को इस हालात से निपटने में थोड़ी राहत मिलेगी।'
पाकिस्तान में 193 पहुंची मरीजों की संख्या
सिर्फ पाकिस्तान के लिए ही नहीं इमरान ने ईरान पर लगी आर्थिक पाबंदियों को भी उठाने की मांग की है। उन्होंने कहा कि ईरान इस वक्त बहुत ही नाजुक दौर से गुजर रहा है। उन्होंने कहा है कि, 'वास्तव में ईरान में जो कुछ हो रहा है मुझे उसका भी बहुत डर सता रहा है, क्योंकि इस वायरस की स्थिति में पाबंदियां उसकी स्थित बहुत ही खराब कर चुकी है।' पाकिस्तानी मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक वहां कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़कर 193 तक पहुंच चुकी है। अकेले सिंध प्रांत में ही 150 मामले सामने आए हैं, जबकि 30 कराची और एक पाकिस्तान के हैदराबाद में पाया गया है। इन मरीजों में 119 ईरान से होकर पाकिस्तान लौटे हैं।
जब पीएम मोदी ने बुलाया तो कश्मीर पर भटकाया
बता दें कि आज की तारीख में जब पाकिस्तान की अकड़ ढीली पड़ी है तो वह दुनिया भर से मदद की गुहार लगा रहा है। लेकिन, दो दिन पहले ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जब इस वैश्विक महामारी से निपटने के लिए सार्क देशों के नेताओं की विडियो कॉन्फ्रेंसिंग की थी तो इमरान ने खुद आना जरूरी नहीं समझा और एक अदने से मंत्री को भेज दिया। उस पाकिस्तानी मंत्री ने इतने बड़े संकट पर चर्चा के दौरान भी कश्मीर का ही राग अलावा और इतने पाक मकसद को भटकाने की कोशिश की। जबकि बाकी सदस्य देशों ने इस पहले के लिए पीएम मोदी के पहल की खूब सराहना की और कोरोना से मिलकर लड़ने की बात कही।
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