Kolkata:भाजपा कार्यकर्ताओं पर फेंकने के लिए पानी में क्या मिलाया, ममता सरकार ने बताया
नई दिल्ली- बीजेपी आरोप लगा रही है कि गुरुवार को पश्चिम बंगाल के कोलकाता और हावड़ा में प्रदर्शन के दौरान पुलिस ने उसके कार्यकर्ताओं पर जो वॉटर कैनन का इस्तेमाल किया था, उसमें नीले रंग का केमिकल डाला गया था। बीजेपी ने इसकी जांच की मांग की थी। लेकिन, आज ममता बनर्जी सरकार ने भाजपा के आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया है। ममता बनर्जी सरकार के दावों के मुताबिक पानी में होली में इस्तेमाल होने वाला सामान्य रंग मिला गया था, ताकि अगर जरूरत पड़े तो बाद में प्रदर्शनकारियों की पहचान की जा सके और उनके खिलाफ कानून कार्रवाई हो सके।
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गौरतलब है कि गुरुवार को भाजपा ने कोलकाता और हावड़ा में प्रदेश के 24 परगना जिले में पार्टी नेता मनीष शुक्ला की हत्या के विरोध में जोरदार मार्च किया था। लेकिन, कोलकाता पुलिस ने 'नाबन्ना चलो' के बीजेपी के आह्वान को सख्ती से रोकने की कोशिश की थी। इस दौरान कार्यकर्ताओं पर जबर्दस्त लाठीचार्ज किया गया था और वॉटर कैनन से पानी की बौछारें भी की गई थीं। लेकिन, इस पानी में नीले रंग के इस्तेमाल को लेकर बीजेपी ने आशंका जताई कि उसमें केमिकल मिलाया गया था और उसकी जांच की मांग शुरू कर दी थी। भारतीय जनता युवा मोर्चा के अध्यक्ष और बैंगलुरू से सांसद तेजस्वी सूर्या ने आरोप लगाया था कि, 'हमारे कार्यकर्ताओं पर हमले के लिए वॉटर कैनन का इस्तेमाल किया गया था। सबसे ज्यादा चौंकाने वाली बात ये थी कि वॉटर कैनन में गहरा नीला केमिकल इस्तेमाल किया गया था। दुनिया का कोई भी देश वॉटर कैनन में ऐसा नीला रंग नहीं इस्तेमाल करता है। क्या यह नीला रंग एक केमिकल था? यह मानवाधिकार का घोर उल्लंघन है। इसकी जांच होनी ही चाहिए।' उन्होंने यह भी कहा था कि वह इस मामले में केंद्र सरकार को भी लिखेंगे और नीले रंग के बारे में पता लगाने के लिए जांच की मांग करेंगे।
लेकिन, पश्चिम बंगाल सरकार ने इन आरोपों को खारिज कर दिया है और कहा है कि इसमें होली में इस्तेमाल होने वाला सामान्य डाई इस्तेमाल किया गया था,ताकि बीजेपी कार्यकर्ताओं को पहचाना जा सके। राज्य के मुख्य सचिव अलपन बंधोपाध्याय ने कहा है, 'यह एक अंतरराष्ट्रीय प्रक्रिया है। रंगीन पानी का इस्तेमाल प्रदर्शन के दौरान लोगों तितर-बितर करने के बाद पहचान के लिए किया जाता है, जिससे कि अगर जरूरत हो तो कानून के मुताबिक आगे आवश्यक कार्रवाई की जा सके। '