"वीर" के राइर्डस ने "जारा" का दिल तोड़ा, पंजाब को हराकर केकेआर बना आईपीएल- 7 चैम्पियन
नाइट राइडर्स ने 2012 में भी खिताब जीता था। रोमांच के क्षण की बात करें तो मैन ऑफ द मैच चुने गए पांडेय और यूसुफ पठान (36) की तूफानी पारियों की बदौलत नाइट राइडर्स ने जीत की स्थिति कायम कर ली थी लेकिन इन दोनों के आउट होने के बाद हालात कुछ कठिन हो चला था। अंतिम 18 गेंदों पर नाइट राइडर्स को 21 रनों की दरकार थी और विकेट पर थे सूर्यकुमार यादव (5) और चावला।
अक्षर पटेल द्वारा फेंके गए 18वें ओवर में 6 रन बने। अंतिम 12 गेंद पर 15 रनों की जरूरत थी। 19वां ओवर लेकर आए मिशेल जानसन। जानसन ने दूसरी गेंद पर यादव को मनन वोहरा के हाथों कैच कराकर अपनी टीम को मनोवांक्षित सफलता दिलाई। अब सुनील नरेन (नाबाद 2) विकेट पर आए।
जानसन ने अगली दो गेंदों पर दो रन दिए लेकिन छठे गेंद पर चालवा ने छक्का लगाकर नाइट राइडर्स की जीत लगभग पक्की कर दी। अब नाइट राइडर्स को छह गेंदों पर पांच रनों की जरूरत थी। नरेन के पास स्ट्राइक थी। नरेन ने परविंदर अवाना द्वारा फेकें गए अंतिम ओवर की पहली गेंद एक भी रन नहीं लिया। दूसरी गेंद पर वह एक रन लेकर चावला को स्ट्राइक देने में सफल रहे। चावला ने तीसरी गेंद पर चौका लगाकर अपनी टीम को जीत दिला दी। चावला ने पांच गेंदों पर एक चौका और एक छक्का लगाया।
आसान नहीं था लक्ष्य
नाइट राइर्डस के लिए 200 रनों के लक्ष्य को पार पाना आसान नहीं था। इसके बावजूद उसने अपने सबसे सफल बल्लेबाज रोबिन उथप्पा (5) और कप्तान गौतम गम्भीर (23) ने शुरूआत की। उथप्पा हालांकि छह रनों के कुल योग पर मिशेल जानसन की गेंद पर अक्षर पटेल के हाथों लपक लिए गए। गम्भीर ने दूसरे छोर पर तेजी से खेलना जारी रखा। उन्होंने पांडेय के साथ स्कोर को 50 के पार पहुंचाया लेकिन 59 रनों के कुल योग पर वह कर्मवीर सिंह की गेंद पर डेविड मिलर के हाथों लपक लिए गए। गम्भीर ने 17 गेंदों पर तीन चौके लगाए।
गम्भीर के आउट होने के बाद यूसुफ पठान (36) विकेट पर आए। उनके आते ही मानो नाइट राइर्ड्स के अच्छे दिन लौट आए। पठान और पांडेय ने अगले 7.2 ओवरों तक किंग्स इलेवन के गेंदबाजों की ऐसी धुनाई की कि मैच नाइट राइर्ड्स के पाले में आ गया। पांडेय और पठान ने तीसरे विकेट के लिए 43 गेंदों पर 71 रनों की साझेदारी की। पठान 130 के कुल योग पर 22 गेंदों का सामना कर चार छक्के लगाने के बाद आउट हुए। उनका विकेट कर्मवीर ने लिया।
इसके बाद शाकिब अल हसन (12) विकेट पर आए। शाकिब ने आते ही दो चौके लगाए लेकिन 156 के कुल योग पर वह रन आउट हो गए। रायन टेन डॉशेट (4) से उम्मीद थी कि वह विकेट पर बने रहते हुए पांडेय का साथ दें लेकिन 168 के कुल योग पर डॉशेट कर्मवीर की गेंद पर लपक लिए गए। पांडेय ने 17वें ओवर की तीसरी गेंद पर डॉशेट के आउट होने के बाद चौथी गेंद पर छक्का लगाया और फिर पांचवीं गेंद पर चौका लगाया लेकिन छठी गेंद पर वह बेले के हाथों लपक लिए गए। पांडेय 50 गेंदों पर सात चौके और छह छक्के लगाए। पांडेय का विकेट 179 के कुल योग पर गिरा।
साहा का शतक, किंग्स ने बनाए 199 रन
इससे पहले, टॉस हारने के बाद बल्लेबाजी करने उतरी किंग्स इलेवन टीम ने रिद्धिमान साहा (नाबाद 115) के शानादर शतक की बदौलत निर्धारित 20 ओवरों में चार विकेट पर 199 रन बनाए। 55 गेंदों पर 10 चौके और आट चौके लगाने वाले साहा आईपीएल फाइनल में शतक बनाने वाले पहले बल्लेबाज हैं। इसके अलावा मनन वोहरा ने 67 रनों का योगदान दिया। किंग्स इलेवन की शुरूआत अच्छी नहीं रही। क्वालीफायर्स में चेन्नई सुपर किंग्स के खिलाफ शानदार सैकड़ा लगाने वाले सलामी बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग (7) सस्ते में आउट हो गए।
सहवाग का विकेट 23 के कुल योग पर गिरा। सहवाग ने 10 गेंदों पर एक चौका लगाया। ग्लैन मैक्सवेल के खराब फार्म को ध्यान में रखते हुए कप्तान जॉर्ज बेले (1) खुद तीसरे क्रम पर खेलने पहुंचे लेकिन सुनील नरेन ने उन्हें 30 के कुल योग पर बोल्ड कर दिया। इसके बाद नाइट राइडर्स के स्पिन गेंदबाजों ने वोहरा और साहा पर नकेल लगाने की कोशिश की और इस प्रयास में वे काफी हद तक सफल भी रहे लेकिन वोहरा और साहा अपना विकेट बचाए रखने में सफल रहे।
12वें ओवर के बाद वोहरा और साहा ने अपने बल्ले का मुंह खोला और अगले चार ओवरों में 15, 10, 19 तथा 20 रन बटोरे। इन्हीं चार ओवरों के दौरान दोनों ने अर्धशतक पूरे किए। साथ ही दोनों के बीच 100 रनों की साझेदारी भी पूरी हुई। वोहरा ने 42 गेंदों पर पचासा लगाया जबकि साहा ने मात्र 29 गेंदों पर अर्धशतक पूरा किया। 16वें ओवर की तीसरी गेंद पर साहा को जीवनदान मिला। नरेन उन्हें अपनी गेंद पर लपक नहीं सके।
अगली ही गेंद पर वोहरा विकेट के पीछे स्टम्प कर दिए गए लेकिन रोबिन उथप्पा का वह प्रयास थोड़ा धीमा साबित हुआ। इससे बचे साहा और वोहरा ने अपना विस्फोटक अंदाज जारी रखा और उमेश यादव द्वारा फेंके गए 17वें ओवर में 19 रन बटोरे। वोहरा हालांकि 159 रनों के कुल योग पर पीयूष चावला की गेंद पर छक्का उड़ाने के प्रयास में उन्हीं के हाथों लपके गए। वोहरा ने 52 गेंदों का सामना कर पांच चौके और छह छक्के लगाए। वोहरा और साहा ने तीसरे विकेट के लिए 129 रन जोड़कर अपनी टीम को मजबूती प्रदान की। वोहरा का स्थान लेने आए मैक्सवेल (0) को चावला ने एक गेंद पर ही चलता कर दिया। मैक्सवेल का विकेट 170 के कुल योग पर गिरा।
साहा ने पूरा किया सैकड़ा
नरेन द्वारा फेंके गए 19वें ओवर की दो गेंदों के खाली जाने के बाद साहा ने तीसरी गेंद पर छक्का लगाया और फिर चौथी गेंद पर चौका लगाकर 98 पर पहुंच गए। इसके बाद पांचवीं गेंद पर छक्का लगाकर उन्होंने शतक पूरा किया। आईपीएल में यह साहा का पहला शतक है। इस साल तीन शतक लगे हैं, जिनमें से दो भारतीयों के नाम हैं। इससे पहले सहवाग ने शतक लगाया था जबकि उससे पहले मुम्बई इंडियंस के लेंडल सिमंस ने 100 (नाबाद) रनों की पारी खेली थी।
उथप्पा को ऑरेंज, मोहित को पर्पल कैप
कोलकाता नाइट राइर्ड्स टीम के सलामी बल्लेबाज रोबिन उथप्पा ने इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के सातवें संस्करण में सबसे अधिक रन बनाते हुए ऑरेंज कैप हासिल किया जबकि चेन्नई सुपर किंग्स के गेंदबाज मोहित शर्मा को सबसे सफल गेंदबाज का पर्पल कैप मिला। उथप्पा ने 16 मैचों में 137 के स्ट्राइक रेट के साथ कुल 660 रन बनाए। किंग्स इलेवन पंजाब के साथ रविवार को हुए फाइनल मुकाबले में उथप्पा सिर्फ पांच रन बना सके। इसके बावजूद वह लीग के इस सीजन के सबसे सफल बल्लेबाज बने रहे।
उथप्पा के बाद सबसे अधिक रन सुपर किंग्स के सलामी बल्लेबाज ड्वायन स्मिथ (566) बटोरे। किंग्स इलेवन के ग्लेन मैक्सवेल 552 रनों के साथ तीसरे क्रम पर रहे। मैक्सवेल लीग में आधे चरण तक सबसे आगे थे लेकिन बाद में उथप्पा ने उन्हें पीछे छोड़ दिया। सनराइजर्स हैदराबाद के डेविड वार्नर ने भी इस सीजन में 528 रन बनाए जबकि सुपर किंग्स के सुरेश रैना ने 523 रन बटोरे। 500 से अधिक रन बनाने वाले बल्लेबाजों में मैक्सवेल (187) का स्ट्राइक रेट सबसे अधिक रहा।
गेंदबाजों की बात की जाए तो मोहित ने 16 मैचों में 23 विकेट हासिल किए। नाइट राइडर्स को सुनील नरेन (21) के पास पर्पल कैप हासिल करने का शानदार मौका था लेकिन वह दो विकेट से चूक गए। नरेन ने किंग्स इलेवन के खिलाफ फाइनल में सिर्फ एक विकेट लिया। सनराइजर्स के भुवनेश्वर कुमार 20 विकेटों के साथ तीसरे क्रम पर रहे। 20 या उससे अधिक विकेट लेने वाले गेंदबाजों की सूची में भुवनेश्वर (17.70) ने सबसे अच्छे औसत से गेंदबाजी की। किंग्स इलेवन के अक्षर पटेल को पेप्सी बेस्ट इमर्जिग प्लेअर अवार्ड से नवाजा गया। अक्षर ने कहा कि वह भाग्यशाली हैं कि इतने सारे नामी-गरामी खिलाड़ियों के बीच वह यह खिताब पाने में सफल रहे।