राहुल गांधी के चुनाव क्षेत्र केरल के वायनाड में क्यों मर रही हैं बिल्लियां, सामने आई ये बात
नई दिल्ली- दुनिया इस वक्त कोरोना वायरस महामारी की चपेट में है। लेकिन, ऐसे समय में केरल के वायनाड जिले में बिल्लियों की अचानक हो रही मौतों ने वहां के निवासियों में खलबली मचा दी थी। पिछले दिनों बिल्लियों की मौत की घटनाएं वहां के माननथावाडी और मेपाड्डी क्षेत्रों में सामने आई हैं। लेकिन, जब पशुपालन विभाग ने बिल्लियों के शवों के सैंपल की जांच की तो उनकी जान में जान आई। उन्हें पता चल गया कि बिल्लियों की मौत का कारण भी एक वायरस है, लेकिन उसका कोरोना वायरस से कोई लेना-देना नहीं है। हालांकि, शाम आते-आते केरल से ये भी सूचना आई कि मंगलवार को वहां अचानक एक बार फिर से बड़ी संख्या में कोविड-19 के नए मामले सामने आए हैं।
'फेलाइन पार्वोवायरस' से बिल्लियों की मौत
केरल के पशुपालन विभाग ने वायनाड में अचानक मरी बिल्लियों के शवों के सैंपल की जो जांच की तो पता चला है कि उनकी मौत की वजह फेलाइन पार्वोवायरस (Feline Parvovirus) है और सबसे राहत की बात ये कि यह वायरस संक्रमित होकर इंसान में नहीं पहुंच सकता। वायनाड के चीफ वेटनरी ऑफिसर डॉक्टर डी रामचंद्रण ने बताया कि फेलाइन पार्वोवायरस बिल्लियों को संक्रमित कर सकता है, लेकिन इसकी वैक्सीन उपलब्ध है, जो बिल्लियों को इस वायरस से बचा सकता है। उन्होंने बताया, 'वायनाड जिले के माननथावाडी और मेपाड्डी क्षेत्रों में बिल्लियों की मौत की घटनाएं हुई थीं, जिसको लेकर स्थानिय निवासियों में घबराहट फैल गई थी। पशुपालन विभाग के अधिकारियों ने महामारी से संबंधित जांच के लिए घटनास्थल का दौरान किया। सैंपल लेकर उसे स्टेट इंस्टीट्यूट ऑफ एनीमल डिजिजेज में भेजा गया, जिसने इस बात की पुष्टि की है कि मौत का कारण फेलाइन पार्वोवायरस है। चिंता की कोई जरूरत नहीं है, क्योंकि यह वायरस इंसानों को संक्रमित नहीं कर सकता।'
पालतू जानवरों से कोरोना के संक्रमण का खतरा नहीं-वैज्ञानिक
मेपाड्डी में एक बिल्ली की मालकीन ने बताया कि दो-तीन दिन में ही इलाके में 13 से ज्यादा बिल्लियों की मौत हो गई थी। उनके मुताबिक, 'कोरोना वायरस के प्रकोप के बीच बिल्लियों के इस तरह से अचानक मरने से हमें चिंता हो रही थी। हमनें स्वास्थ्य विभाग और पशु पालन विभाग को इसकी सूचना दी। अधिकारी आए और यहां से सैंपल लेकर गए थे।' यहां ये बताना जरूरी है कि वेटनरी वैज्ञानिकों ने सलाह दी है कि बिल्ली मालिकों को अपने पालतू जानवरों को कोविड-19 के संक्रमण से बचाने के लिए घरों में ही बंद करके रखना चाहिए। हालांकि, ब्रिटिश वेटनरी एसोसिएशन ने जोर देकर कहा है कि मालिकों को इस बात की चिंता नहीं करनी चाहिए कि उन्हें जानवरों से संक्रमित होने का कोई खतरा है। हॉन्ग कॉन्ग के सिटी यूनिवर्सिटी के डॉक्टर एंजेल एमेन्ड्रोस ने बीबीसी न्यूज को बताया है कि ऐसा एक भी मामला सामने नहीं आया है कि पालतू कुत्ता या बिल्ली ने किसी इंसान को कोविड-19 से संक्रमित किया हो।(ऊपर की दोनों तस्वीरें प्रतीकात्मक)
केरल में फिर बढ़ी कोरोना संक्रमितों की तादाद
बता दें कि पिछले एक हफ्ते से केरल में रोजाना कोरोना वायरस के नए मरीजों की तुलना में ठीक होने वाले लोगों की तादाद तेजी से बढ़ रही थी। यही वजह है कि जब 20 तारीख से केंद्र ने कुछ रियायतों की शुरुआत की तो केरल ने उन चीजों में भी छूट देना शुरू कर दिया, जो केंद्र की गाइडलाइंस में नहीं थे। हालांकि, बाद में केंद्र की दखल के बाद राज्य ने अपना स्टैंड वापस ले लिया। लेकिन, खबरों के मुताबिक मंगलवार शाम आते-आते प्रदेश में एक बार फिर से नए मामलों की तादाद बढ़ गई है। मंगलवार को राज्य के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने मीडिया को बताया कि एक दिन में कोविड-19 के 19 नए मामले सामने आए हैं।
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