BulandshaharViolence: जानिए कौन है बजरंग दल का जिला संयोजक योगेश राज, जिसने भड़काई नफरत की आग?
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बुलंदशहर। यूपी के बुलंदशहर की स्याना कोतवाली में तैनात इंस्पेक्टर सुबोध कुमार की हत्या के मामले में बजरंग दल के नेता योगेश राज को मुख्य आरोपी बनाया गया है, बताया जा रहा है कि उसी ने सबसे पहले गोकशी की शिकायत की थी और उसी ने भीड़ को भड़काने का काम किया। इस बारे में स्याना कोतवाली में उपनिरीक्षक सुभाष सिंह ने रिपोर्ट दर्ज कराई है।
बजरंग दल का जिला संयोजक योगेश राज है मुख्य आरोपी
इस केस में बजरंग दल का जिला संयोजक योगेश राज के अलावा भाजपा युवा स्याना के नगर अध्यक्ष शिखर अग्रवाल, विहिप कार्यकर्ता उपेंद्र राघव नामजद किए गए हैं। इंस्पेक्टर की हत्या के आरोप में चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जबकि मुख्य आरोपी योगेश राज अभी फरार चल रहा है।
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आपको बता दें कि योगेश राज पहले एक प्राइवेट कंपनी में नौकरी करता था और उसके बाद इसने साल 2016 में बजरंग दल ज्वाइन किया और जिला संयोजक बन बैठा, वो मूल रूप से नयाबांस गांव का रहने वाला है, पुलिस ने उसके खिलाफ आईपीसी की धारा 147, 148, 149, 307, 302, 333, 353, 427, 436, 394 के तहत मामला दर्ज किया है।
गोवंश अवशेष मिलने पर भड़क गए लोग
बता दें कि यूपी के बुलंदशहर के स्याना तहसील के गांव महाव में सोमवार सुबह गोवंश अवशेष मिलने पर पुलिस, हिंदूवादी संगठनों और ग्रामीणों में जमकर टकराव हुआ। गुस्साए ग्रामीणों ने चिंगरावठी चौकी के पास सड़क पर जाम लगा दिया, जिसके बाद इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह ने मौके पर पहुंचकर जाम खुलवाने की कोशिश की तो ग्रामीणों ने पथराव करना शुरू कर दिया, भीड़ ने चौकी के बाहर खड़े पुलिस के दर्जनों वाहनों में आग लगा दी।
इंस्पेक्टर सुबोध कुमार को लगी गोली
हालात बेकाबू होते देख पुलिस ने हवाई फायरिंग की,इस पर ग्रामीणों ने सुबोध कुमार पर हमला बोल दिया और इसी सब में एक गोली इंस्पेक्टर सुबोध कुमार और एक युवक सुमित को लगी जिसमें दोनो की मौत हो गई, इस मामले में दो एफआईआर दर्ज की गई हैं। पहली गोकशी की और दूसरी हिंसा की।
अखलाक मामले में जांच अधिकारी थे इंस्पेक्टर सुबोध कुमार
गौरतलब है कि भीड़ की हिंसा का शिकार हुए इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह 2015 में दादरी में मॉब लिंचिंग में मारे गए अखलाक मामले में भी जांच अधिकारी थे।
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