जानिए, कौन हैं संदीप कुमार, 'मन की बात' में PM मोदी की तारीफ पर कहा, 'शुक्रिया'
नई दिल्ली। चंडीगढ़ में गरीब बच्चों को उनके घरों तक तक मुफ्त स्कूली किताबें और स्टेशनरी पहुंचाने वाली सोशल वर्कर संदीप कुमार ने प्रधानमंत्री मोदी को शुक्रिया किया है। दरअसल, रविवार को प्रधानमंत्री मोदी ने मन की बात में चंडीगढ़ में मोबाइल लाइब्रेरी चलाने वाले संदीप कुमार का जिक्र किया था। मन की बात में प्रधानमंत्री द्वारा उनके कामकाज का जिक्र करने से उत्साहित संदीप कुमार ने प्रधानमंत्री का शुक्रिया किया है। उन्होंने आगे कहा कि उन्हें इससे प्रेरणा मिली है।
Opinion
पोल:
क्या
बिहार
चुनाव
में
चिराग
की
वजह
से
NDA
को
होगा
नुकसान,
जानिए
लोगों
ने
क्या
कहा?
बच्चों की मदद के लिए एक बड़ा कार्यालय मुहैया करने का अनुरोध किया
प्रधानमंत्री मोदी के मुख से अपनी तारीफ से गदगद सोशल वर्कर ने प्रधानमंत्री से बच्चों की सहायता के लिए एक बड़े कार्यालय मुहैया करने का अनुरोध किया है ताकि वह बच्चों के लिए और अधिक किताबें खरीद सकें। संदीप कुमार अपने छोटे से मोबाइल लाइब्रेरी के माध्यम से गरीब बच्चों को पिछले तीन साल से मुफ्त किताबें और स्टेशनरी मुफ्त मुहैया करा रहे हैं।
पिछले 3 साल से मुफ्त किताबें और स्टेशनरी मुफ्त मुहैया करा रहे हैं संदीप
गौरतलब है मन की बात कार्यक्रम में संदीप कुमार का जिक्र करने वाले प्रधानमंत्री मोदी खुद भी संदीप कुमार के सोशल वर्क से काफी प्रभावित हैं। संदीप कुमार के कामकाज में से प्रभावित होकर करीब 200 वॉलंटियर्स उनसे जुड़कर उनकी मदद कर रहे हैं। उनके वॉलंटियर्स में अधिकारी, शिक्षक और वकालत से जुड़े लोग शामिल हैं।
हरियाणा निवासी संदीप कुमार ने इंटरमीडियट के सोशल वर्क से जुड़ गए
हरियाणा के भिवानी जिले के निवासी संदीप कुमार ने इंटरमीडियट के बाद सोशल सेवा में जुट गए। गरीब बच्चों को किताबें और स्टेशनरी पहुंचाने की शुरूआत तब हुई जब उन्होंने महसूस किया कि सरकार की योजनाएं गरीब बच्चों तक पहुंच रही है, तो उन्होंने खुद ऐसे गरीब बच्चों को किताबें, पेन और पेंसिल मुफ्त पहुंचाने लगे। यही नहीं, संदीप जरूरतमंद और गरीब महिलाओं को सैनेटरी पैड भी मुफ्त मुहैया करा रहे हैं।
2017 में संदीप ने स्कलों में गरीब बच्चों के लिए कैंप लगाना शुरू किया
वर्ष 2017 में जेबीटी का प्रशिक्षण पूरा करने के बाद संदीप ने स्कलों में जाकर गरीब बच्चों के लिए कैंप लगाना शुरू किया। धीरे-धीरे उनके सोशल वर्क से प्रभावित होकर लोग उनसे जुड़ेते चले और जल्द ही चंडीगढ़, पंचकूला और मोहाली में अधिकांश स्कूलों में कैंप लगाकर गरीब बच्चों को किताबें और स्टेशनरी मुहैया कराई गईं, जिसके लिए बाद एक वैन को किताबें और स्टेशनरी पहुंचाने के लिए लाइब्रेरी की तरह इस्तेमाल किया गया।
20 हजार से अधिक किताबें-स्टेशनरी बच्चों तक पहुंचा चुके हैं संदीप
अब तक 20 हजार से अधिक किताबें और स्टेशनरी गरीब बच्चों तक पहुंचा चुके संदीप कुमार पहुंचा चुके हैं। इन बच्चों में नर्सरी से लेकर पोस्ट ग्रेजुएट के गरीब बच्चे शामिल हैं। बच्चों तक किताबें और स्टेशनरी पहुंचाने के लिए संदीप कुमार ने सोशल मीडिया की मदद ली, जिसके जरिए उन्होंने किताबें दान करने वालों को गरीबों बच्चों के लिए किताबें और स्टेशनरी दान करने का आग्रह किया और लोगों की दान की किताबों को संदीप कुमार जरूरतमंदों तक किताबें वैन के जरिए मुफ्त मे पहुंचाते हैं।