जानिए क्या है रेलवे का फ्लेक्सी फेयर सिस्टम, कितना बढ़ जाएगा ट्रेन किराया
नई दिल्ली। रेलवे ने ट्रेनों पर फ्लेक्सी फेयर सिस्टम लागू कर ट्रेन किराए किराए में बढ़ोतरी कर दी है। इस सिस्टम के लागू होने के साथ ही अब ट्रेन किराए में डेढ़ गुना बढ़ोतरी हो जाएगी। राजधानी, शताब्दी और दूरंतों ट्रेनों पर लागू किया गया है। इस सिस्टम को 9 सितंबर से लागू करने का ऐलान किया गया है। अब बिना टिकट यात्री को भी ट्रेन में नहीं लगेगा जुर्माना, बस करना होगा ये काम
क्या है फ्लेक्सी फेयर सिस्टम?
एविएशन सेक्टर की तरह रेलवे ने फ्लेक्सी फेयर सिस्टम की शुरूआत की है। इस फेयर सिस्टम में जैसे-जैसे ट्रेनों में सीटे भरती जाएगी, उसके किराए में उतनी ज्यादा बढ़ोतरी होती जाएगी। उहादरण देकर आपको समझाए तो अभी शताब्दी एक्सप्रेस से दिल्ली से कानपुर जाने में चेयरकार में 580 रुपए बेस प्राइस के हिसाब से 785 रुपए कुल किराया चुकाना पड़ता है। लेकिन फ्लेक्सी प्राइसिंग सिस्टम लागू होने के बाद हर 10% सीटें बुक होने पर किराया बेसिक फेयर 10% बढ़ जाएगा। रेलवे के इस नियम से पति-पत्नी में बढ़ सकती दूरी, जानें कैसे और क्या है नियम?
बेसिक
फेयर
में
सिर्फ
बढ़ोतरी
यानी ट्रेन की 10 प्रतिशत भरने के बाद आपको बेस फेयर पर 10 प्रतिशत की वृद्धि हो जाएगी। यहां आपको बता दें की फर्स्ट क्लास और एग्जीक्यूटिव क्लास को फ्लेक्सी प्राइसिंग से अलग रखा गया है। यानी इसके किराए में कोई बढ़ोतरी नहीं होगी।
अगर
किराया
हो
जाए
फर्स्ट
क्लास
से
ज्यादा
तो
वहीं सेकेंड क्लास, स्लीपर, सेकंड एसी और चेयर कार पर ये नियम लागू होगा। जबकि थर्ड एसी में शुरुआती 40% सीटों भरने के बाद उसके बेसिक किराए में 10% की बढ़ोतरी होगी। इस सिस्टम के तहत आपसे बेस फेयर के साथ-साथ रिजर्वेशन चार्ज, सुपरफास्ट चार्ज, कैटरिंग चार्ज, सर्विस टैक्स भी लिए जाएंगे। खास बात ये कि अगर फ्लेक्सी फेयर सिस्टम की वजह से किसी निचली क्लास का किराया ऊपरी क्लास के किराए से ज्यादा हो जाता है तो यात्री को बुकिंग के समय उच्च श्रेणी में यात्रा का विकल्प दिया जाएगा।
142
ट्रेनों
के
किराए
पर
असर
इस फेयर सिस्टम का असर 71 रूटों पर चलने वाली 142 ट्रे नों पर होगा। ऐसे में अगर आप अधिक किराया भुगतान करने से बचना चाहते हैं तो बेहतर है कि आप रिजर्वेशन खुलते ही टिकट लेकर रख लें। हलांकि ऐसा सिर्फ लकी 10 फीसदी यात्रियों के साथ ही होगा बाकी को बढ़ोतरी वाले किराया देना ही होगा।