Pics: राजनीति की पिच पर ये क्रिकेटर पर खेल रहे हैं सियासी पारी
नयी दिल्ली। क्रिकेट में राजनीति आम बात है। फिर चाहे क्रिकेट बोर्ड हो या फिर चयन समीति। क्रिकेट जैसे पैसे वाले खेल में राजनीति बड़े पैमाने पर है। लेकिन ऐसा नहीं है कि सिर्फ राजनीति की क्रिकेट में घुसी हुई है।
इसके उलट कई क्रिकेटर ऐसे हैं जिन्होंने खेल के मैदान से संन्यास लेकर राजनीति के मैदान में सियासी पारी खेलनी शुरु कर दी। यानी कहना गलत नहीं होगा कि क्रिकेट और राजनीति का एक दूसरे से गहरा कनेक्शन है। राजनीति के मैदान में भी कई हिट हो गए तो कई की दुकानें बंद हो गई। ऐसे में आज हम आपको बतातें है क्रिकेट का सियासी कनेक्शन...
मोहम्मद कैफ
कांग्रेस ने 2014 लोकसभा चुनाव में यूपी के फूलपुर से इंडियन क्रिकेटर मोहम्मद कैफ को टिकट दिया है।
कांग्रेस के बड़े खिलाड़ी
टीम इंडिया के पूर्व कप्तान मोहम्मद अजहरुद्दीन ने 2009 में कांग्रेस का दामन थामा था। उन्होंने मुरादाबाद से कांग्रेस की टिकट पर चुनाव जीता। आपको बता दें कि अजहर ने 1984-2000 तक टीम इंडिया के लिए क्रिकेट खेली।
राजनीति सकी हैट्रिक
पहले दिल्ली की मैदान से भाजपा की टिकट पर चुनाव लड़ने वाले कीर्ति आजाद ने लगातार तीन बार दरभंगा सीट से चुनाव लड़ा और वहां के सांसद चुने गए हैं। आजाद 1983 की वर्ल्ड कप विनिंग टीम का हिस्सा रहे हैं।
गेंदबाज से राजनेता का सफर
डीडीसीए के मौजूदा कार्यवाहक अध्यक्ष चेतन चौहान भी भाजपा की टिकट से चुनाव लड़ते रहे हैं और सांसद भी रहे हैं।
ऑलराउंडर की राजन
टीम इंडिया के ऑलराउंडर मनोज प्रभाकर ने 1998 में नई दिल्ली सीट से लोकसभा का चुनाव लड़ा, हलांकि वो इस, मैच में जीरों पर आउट हो गए।
राजनीति में एक्टिव
चेतन शर्मा 1991 और 1998 में अमरोही सीट से लोकसभा चुनाव लड़ चुके हैं। उन्हें दोनों बार हार का सामना करना पड़ा था।
नहीं जमी बात
विनोद कांबली ने टीम इंडिया के लिए 17 टेस्ट और 102 वनडे मैच खेले। उन्होंने 2009 में लोक भारती पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ा था, लेकिन हार गए थे।
युवराज सिंह के पिता के तौर पर मशहूर
योगराज को क्रिकेटर से ज्यादा उनके बेटे युवराज सिंह के पिता के रूप में जाना जाता है। उन्होंने भारत की ओर से मात्र एक टेस्ट मैच खेला। 2009 में आइएनएलडी के टिकट पर वो पंचकुला सीट से चुनाव लड़ चुके हैं।
क्रिकेटर के भगवान की राजनीति
सचिन तेंदुलकर कांग्रेस की टिकट पर राज्सयभा सदस्य है। राज्यसभा का हिस्सा होने के बावजूद सचिन ने खुद को राजनीति से दूर रखा है।
भाजपा के लिए गेंदबाजी
आईपीएल में स्पॉट फिक्सिंग के आरोप में फंसे एस श्रीसंत ने भाजपा का दामनथाम लिया है। वो केरल विधानसभा में भाजपा के लिए तिरुवनंतपुरम से चुनाव लड़ेंग
भाजपा के लिए मांगा वोट
क्रिकेटर में जितना उनका बल्ला चलता है उतनी ही उनकी शायरी मशहूर हैं। क्रिकेट को अलविदा कहने के बाद नवजोत सिंह सिधु ने भाजपा का हाथ थामा और अमृतसर से चुनाव लड़ा।