कौन हैं विजय ठाकुर सिंह जिन्होंने UNHRC में पाकिस्तान को कहा झूठ बोलने की मशीन
जेनेवा। मंगलवार को जेनेवा में एक-एक करके पाकिस्तान जम्मू कश्मीर को लेकर झूठ बोलता गया। पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने बयान में जम्मू कश्मीर का मुद्दा उठाया और वहीं बातें कहीं जो पाक पिछले कई वर्षों से कहता आ रहा है। कश्मीर को लेकर पाक की ओर से जो झूठ का दांव खेला गया था, उसे भारत की राजनयिक विजय ठाकुर सिंह ने अपने जवाब से पूरी तरह फेल कर दिया। पाक विदेश मंत्री ने जेनेवा में भारत की ओर से जम्मू कश्मीर से आर्टिकल 370 हटाने के फैसले के संदर्भ में अपना भाषण दिया था। आइए आपको बताते हैं कि कौन हैं विजय ठाकुर सिंह जिन्होंने पड़ोसी को 'झूठ की रनिंग कमेंट्री' वाला देश करार दिया है।
विदेश मंत्रालय में सचिव
विजय ठाकुर सिंह, विदेश मंत्रालय में सचिव (ईस्टर्न) हैं। अर्थशास्त्र में पोस्ट ग्रेजुएशन करने के बाद अगस्त 1985 में वह भारतीय विदेश सेवा (आईएफएस) में शामिल हुईं। इसके बाद से वह दुनियाभर में भारतीय दूतावासों में तैनात रह चुकी हैं जिसमें सिंगापुर, आयरलैंड,अमेरिका, अफगानिस्तान और कुछ और देश शामिल हैं।18 सितंबर 1960 को जन्मीं विजय ठाकुर सिंह ने विदेश मंत्रालय में बतौर डायरेक्टर (पाकिस्तान) अपनी सेवाओं को अंजाम दिया है। साल 1989 से 1999 तक वह पाकिस्तान मामलों के विभाग में बतौर डिप्टी सेक्रेटरी और अफगानिस्तान, पाकिस्तान मामलों में बतौर अंडर सेक्रेटरी भी तैनात रही हैं। साल 2000 से 2003 तक उन्होंने न्यूयॉर्क में भारतीय मिशन में बतौर काउंसलर के तौर पर अपनी सेवाएं दी हैं।
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तीन दशकों का अनुभव
करीब 30 साल की सर्विस का अनुभव रखने वाली विजय ठाकुर सिंह ने दिसंबर 2016 से सितंबर 2018 तक आयरलैंड में बतौर राजदूत काम किया है। विजय ठाकुर सिंह जून 2013 से अगस्त 2016 तक सिंगापुर में भारतीय उच्चायुक्त के तौर पर तैनात रही थीं। फरवरी 2006 से अगस्त 2007 तक उन्होंने मैड्रिड में डिप्टी चीफ मिशन के तौर पर अपनी भूमिका को अंजाम दिया। इसके अलाावा वह अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में भी काउंसलर के पद पर रह चुकी हैं।
पाकिस्तान को लगाई फटकार
मंगलवार को जब विजय ठाकुर जवाब दे रही थीं तो उनके साथ पाकिस्तान में पूर्व भारतीय उच्चायुक्त अजय बिसारिया भी मौजूद थे। उन्होंने कहा कि जम्मू कश्मीर में आर्थिक,सामाजिक और न्यायिक समानता लाने के लिए कई कदम उठाए जा रहे हैं। विजय ठाकुर सिंह के शब्दों में, 'हाल ही में संवैधानिक उपाय के तहत जो कदम उठाया गया है उसकी वजह से जम्मू कश्मीर में प्रगतिशील नीतियों को लागू किया जा सकेगा। इस फैसले के बाद जम्मू कश्मीर और लद्दाख के लोगों को फायदा होगा। अब यहां के लोगों के साथ हो रहे लैंगिक भेदभाव का अंत होगा और बच्चों को शिक्षा का अधिकार मिलेगा।' विजय ठाकुर ने पाकिस्तान को फटकार लगाते हुए कहा कि उसने जम्मू-कश्मीर के बारे में गलत और मनगढ़ंत कहानी पेश की है।
पाकिस्तान खुद करता है मानवाधिकार हनन
इस दौरान भारत ने यह भी स्पष्ट किया कि वह इस मुद्दे पर कोई विदेशी हस्तक्षेप स्वीकार नहीं करेगा, क्योंकि यह उसका आंतरिक मामला है। विजय ठाकुर सिंह ने कहा कि भारत मानवधिकारों को बढ़ावा देने और उसकी रक्षा करने में दृढ़ता से विश्वास करता है। सिंह ने पाकिस्तान पर निशाना साधते हुए कहा, ‘जो लोग क्षेत्र में किसी भी रूप में आतंकवाद को बढ़ावा देने व वित्तीय तौर पर इसका समर्थन करते हैं, वास्तव में वही मानव अधिकारों के सबसे बड़े हननकर्ता हैं।'उन्होंने कहा कि पाकिस्तान पीड़ित बनने का रोना रो रहा है, जबकि वास्तव में वह खुद मानवाधिकारों के हनन का अपराधी है।