जानिए, 12वें ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में प्रधानमंत्री मोदी द्वारा उठाई गई 5 बड़ी बातें?
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को 12वें ब्रिक्स (BRICS) देशों के शिखर सम्मेलन को संबोधित करते हुए पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान का बिना नाम लिए आंतकवाद के मुद्दे जोर-शोर से मंच पर रखा। 12वें ब्रिक्स सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए प्रधानमंत्री मोदी को रूसी राष्ट्रपति ब्लादिमीर पुतिन ने आमंत्रित किया था। वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए शिखर सम्मेलन के लिए मिले आमंत्रण को स्वीकर करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संबोधन से पहले दूसरे विश्व युद्ध की 75वीं वर्षगांठ पर शहीद हुए सैनिकों को श्रद्धांजलि दी, जिसमें 25 लाख से अधिक भारतीय सैनिकों ने हिस्सा लिया था।
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आतंकवादियों को समर्थन और सहायता देने वाले देशों को भी दोषी ठहराया जाए
पीएम मोदी ने अपने संबोधन में आतंकवाद के मुद्दे को उठाते हुए कहा कि वर्तमान में विश्व के सामने सबसे बड़ी समस्या है और हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि आतंकवादियों को समर्थन और सहायता देने वाले देशों को भी दोषी ठहराया जाए और समस्या का संगठित तरीके से मुकाबला किया जाए
इसलिए भारत 150 से अधिक देशों को आवश्यक दवाइयां भेज पाया
पीएम मोदी ने कहा कोरोनावायरस महामारी के दौरान भारतीय फार्मा उद्योग की क्षमता के कारण भारत 150 से अधिक देशों को आवश्यक दवाइयां भेज पाया। साथ ही, उन्होंने कहा कि भारत की वैक्सीन उत्पादन और डिलीवरी क्षमता भी इसी तरह मानवता के हित में काम आएगी।
PM मोदी भारत में शुरू किए गए आत्मनिर्भर भारत अभियान की चर्चा की
पीएम मोदी ने संबोधन में भारत में शुरू किए गए ‘आत्मनिर्भर भारत' अभियान की चर्चा की करते हुए बताया कि इसके तहत एक व्यापक सुधार प्रक्रिया शुरू की गई है, जो इस विश्वास पर आधारित है कि एक self-reliant और resilient भारत महामारी के बाद वैश्विक अर्थव्यवस्था के लिए फोर्स मल्टीप्लायर हो सकता है और ग्लोबल वैल्यू चैन्स में एक मजबूत योगदान दे सकता है। उन्होंने कहा कि ग्लोबल वैल्यू चेन एक मजबूत योगदान दे सकता है। भारत द्वारा 150 से अधिक देशों को जरूरी दवाइयां भेजना इसका सबसे बड़ा उदाहरण है।
ब्रिक्स के 15 साल पूरे होने पर विभिन्न निर्णयों का मूल्यांकन रिपोर्ट बनाई जाए
पीएम मोदी ने संबोधन में कहा कि 2021 में ब्रिक्स के 15 साल पूरे हो जाएंगे। पिछले सालों में हमारे बीच लिए गए विभिन्न निर्णयों का मूल्यांकन करने के लिए हमारे शेरपा एक रिपोर्ट बना सकते हैं। पीएम मोदी ने कहा कि साल 2021 में भारत की अध्यक्षता के दौरान हम BRICS के तीनों स्तंभों में intra-BRICS सहयोग को मजबूत करने का प्रयत्न करेंगे।
भारत ब्रिक्स देशों के बीच डिजिटल स्वास्थ्य व पारंपरिक चिकित्सा को बढ़ावा देगा
पीएम मोदी ने कहा कि 'इस कठिन समय में रूस के नेतृत्व में लोगों से लोगों के कनेक्शन को बेहतर बनाने के लिए कई पहल की गईं। जैसे कि ब्रिक्स फिल्म समारोह, युवा वैज्ञानिकों की बैठकें आदि की गई। पीएम मोदी ने ब्रिक्स सम्मेलन में संबोधन के दौरान यह भी बताया कि आने वाले समय में भारत ब्रिक्स देशों के बीच डिजिटल स्वास्थ्य और पारंपरिक चिकित्सा को बढ़ावा देगा।