'घाटी में जैश-ए-मोहम्मद का नेतृत्व संभालने के लिए कोई आगे नहीं आ रहा'
नई दिल्ली। लेफ्टिनेंट जनरल केजेएस ढिल्लों ने घाटी में आंतिकवादियों के लिए चलाए जा रहे ऑपरेशन पर कहा है कि इस साल कुल 69 आंतकवादी मारे गए हैं और 12 को गिरफ्तार किया गया है। वहीं पुलवामा में सीआरपीएफ काफिले पर हुए आंतकी हमले में 41 आतंकवादियों को सुरक्षा बलों ने मौत के घाट उतार दिया है। इनमें 25 आतंकी जैश-ए-मोहम्मद से ताल्लुक रखते थे जबकि इसमें 13 पाकिस्तानी थे।
केजेएस ढिल्लों ने कहा है कि हम जैश-ए-मोहम्मद नेतृत्व को निशाना बनाकर चल रहे हैं। अब स्थिति यह हो गई है कि घाटी में कोई भी जैश-ए-मोहम्मद का नेतृत्व संभालने के लिए आगे नहीं आ रहा है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के बेहतरीन प्रयासों के बाद भी, हम पुलवामा के बाद विशेष रूप से जेएम को दबाते रहे हैं। वहीं जम्मू-कश्मीर के डीजीपी दिलबाग सिंह ने कहा कि स्थानीय युवाओं की भर्ती कम होती जा रहा है। यह एक अच्छा संकेत हैं। 2018 के दौरान राज्य में 272 आतंकवादियों को मार गिराया गया है और बड़ी संख्या में उनकी गिरफ्तारी भी हुई है।
KJS Dhillon, GOC 15 Corps: We have targeted Jaish-e-Mohammed (JeM) leadership, the situation now is that no one is coming forward to take over the leadership of JeM in the valley. Even after Pakistan's best efforts, we will continue to suppress JeM, specially after Pulwama. https://t.co/vlU4faK0W2
— ANI (@ANI) April 24, 2019
वहीं बारामूला में भी पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। पुलिस ने यहां रह रहे एक पाकिस्तानी को गिरफ्तार किया है जो कि उग्रवाद को फिर से जिंदा करने की कोशिश कर रहा था। इस संबंध में एसएसपी बारामूला, अब्दुल कयूम ने कहा कि पाकिस्तानी शख्स का नाम मोहम्मद मियाना जो कि पाकिस्तान के मियांवाली पंजाब का रहने वाला है। उसने जुलाई 2017 में सीमा पार करके यहां आया था। एक साल से अधिक समय से श्रीनगर में काम कर रहा था। उसकी योजना बारामूल में उग्रवाद को फिर से जीवित करने की थी।
KJS Dhillon, GOC 15 Corps: Total 69 terrorists have been killed and 12 have been apprehended this year. Post Pulwama 41 terrorists have been killed and out of them 25 belonged to Jaish-e-Mohammed, 13 of them were Pakistanis. pic.twitter.com/IYkBLXs1TR
— ANI (@ANI) April 24, 2019
बता दें कि पुलवामा आतंकी हमले के बाद घाटी में सुरक्षा बलों और स्थानीय पुलिस की ओर से आतंकियों के खात्मे के लिए ऑपरेशन तेजी ला दी गई है। वैसे इससे पहले भी घाटी में आतंकियों को मार गिराने के लिए सेना ऑपरेशन ऑल आउट चला रही है। पुलवामा आतंकी हमले में सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हुए थे। इस हमले का बदला लेने के लिए भारतीय वायु सेना ने पाकिस्तान के बालाकोट में एयर स्ट्राइक भी की थी।
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