Farmers Protest: आंसू गैस, वाटर कैनन के बीच किसानों ने पुलिसकर्मियों को खिलाया खाना, तस्वीरें वायरल
Farmers Protest: किसानों ने पुलिसकर्मियों को खिलाया खाना, वायरल हो रही तस्वीरें
नई दिल्ली। केंद्र सरकार के नए कृषि कानून किसान आंदोलित हैं। किसानों के 'दिल्ली चलो' के ऐलान के बाद बीते तीन दिन से हरियाणा और दिल्ली में लगातार पुलिस और किसानों के बीच टकराव की स्थिति रही है। किसानों पर लगातार आंसू गैस के गोले और वाटर कैनन चलाए गए तो कुछ जगहों पर बल प्रयोग भी किया गया। इस सबके बीच कुछ ऐसी तस्वीरें भी आई हैं, जो सोशल मीडिया पर लोगों का दिल जीत रही हैं। ऐसी ही एक तस्वीर किसानों के पुलिसकर्मियों को खाना खिलाने की है।
पुलिसकर्मी आराम से बैठकर खा रहे खाना
हरियाणा के करनाल से ये तस्वीर और वीडियो सामने आया है, जिसमें एक गुरुद्वारे के लंगर में बड़ी संख्या में पुलिसकर्मियों खाना खा रहे हैं और उनके किसान ही खाना परोसा रहे हैं। तस्वीर में कई पुलिसकर्मी कतारों में आमने-सामने बैठे हैं और खाना खा रहे हैं। जिसमें मास्क पहने लोग उनको खाना परोसते हुए नजर आ रहे हैं।
पुलिसकर्मियों को पानी पिलाते भी नजर आए
एक और तस्वीर किसान आंदोलन से खूब वायरल हो रही है। इसमें किसान एक पुलिसवाले को पानी पिलाते हुए देखा जा सकता है। तस्वीर से साफ है कि टकराव के दौरान ही किसान ने पुलिसकर्मी को पानी पिलाया। तस्वीर में पुलिसकर्मी हेलमेट लगाए और जैकेट पहने हुए हैं। इन तस्वीरों और वीडियो को सोशल मीडिया यूजर्स पसंद कर रहे हैं और इसकी खूब तारीफ भी हो रही है। वहीं कई लोग इन तस्वीरों को शेयर करते हुए केंद्र सरकार की आलोचना भी कर रहे हैं कि वो किसानों की मांगे क्यों नहीं मान रही और बात क्यों हीं कर रही है।
क्या है ये पूरा विवाद
मोदी सरकार हाल ही में खेती से जुड़े तीन कानून लेकर लाई है जिनमें सरकारी मंडियों के बाहर खरीद, अनुबंध खेती को मंजूरी देने और कई अनाजों और दालों की भंडार सीमा खत्म करने समेत कई प्रावधान किए गए हैं। इन कानूनों के खिलाफ किसानों ने 'दिल्ली चलो' का नारा दिया है। कानूनों के विरोध में हजारों किसानों ने 26 नवंबर को दिल्ली की ओर कूच किया था। जिसके बाद सरकार से टकराव के साथ कुछ किसान दिल्ली पहुंच गए हैं तो कुछ अभी भी दिल्ली बॉर्डर पर हैं। किसानों का कहना है कि ये कानून खेती को बर्बाद कर देंगे, ऐसे में उनके जो खतरे इन कानूनों को लेकर हैं उन्हें सरकार सुने और ये कानून वापस ले।
गुरु
नानक
देव
जी
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551वीं
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