किसान मजदूर यात्रा: कृषि मंत्रालय से आश्वासन के बाद किसानों ने खत्म किया आंदोलन
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नई दिल्ली। सहारनपुर से 11 सितंबर को भारतीय किसान संगठन के बैनर तले शुरू हुई किसानों की पदयात्रा आज खत्म हो गई है। किसानों के प्रतिनिधिमंडल को कृषि मंत्रालय से आश्वासन के बाद किसानों ने आंदोलन वापस लेने का ऐलान कर दिया है। 15 मांगों को लेकर किसान यहां पहुंचे थे। सरकार ने 5 मांगे मान लीं है जबकि 10 पर विचार का आश्वासन दिया है।
11 सितंबर से शुरू हुई किसानों की पदयात्रा शनिवार को दिल्ली सीमा बॉर्डर पर पहुंची थीं। किसान दिल्ली में किसान घाट पर जाना चाहते थे लेकिन प्रशासन ने किसानों को यूपीगेट पर रोक दिया। इसके बाद प्रदर्शनकारी किसानों का 11 सदस्यों का दल कृषि मंत्री से मिला। जिसके बाद आंदोलन खत्म कर दिया गया।
शुक्रवार को किसान नोएडा पहुंच गए थे। करीब 1000 से भी अधिक किसानों ने नोएडा में रात गुजारी। आसपास के जिलों में रुके हजारों किसान सुबह तक यहां पहुंच गए थे। किसानों का ये काफिला दिल्ली बॉर्डर तक पहुंचा तो पुलिस प्रशासन ने दिल्ली जाने वाले रास्ते बंद कर दिए। किसानों का कहना था कि उनकी मांग नहीं सुनी गई तो संसद का घेराव किया जाएगा।
किसान जिन मांगों को लेकर दिल्ली आए हैं। उन मांगों में- किसानों को कम रेट पर बिजली मिले, गन्ने की पेमेंट ब्याज सहित मिले, गोवंश की देखभाल का भत्ता बढ़ाया जाए, किसानों की पेंशन शुरू की जाए, किसानों का दुर्घटना बीमा हो, स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट लागू हो, किसानों का कर्ज माफ हो।
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