यूपी-दिल्ली बॉर्डर पर पुलिस-किसानों के बीच संघर्ष, सामने आया लाइव Video
केंद्र सरकार के सामने अपनी मांगें रखने के लिए हरिद्वार से चली 'किसान क्रांति पदयात्रा' को पुलिस ने मंगलवार को यूपी-दिल्ली बॉर्डर पर रोक दिया। इस दौरान पुलिस की बैरिकेडिंग को तोड़कर दिल्ली में प्रवेश करने की कोशिश कर रहे किसानों पर पुलिस ने पानी की बौछार का इस्तेमाल किया।
नई दिल्ली। केंद्र सरकार के सामने अपनी मांगें रखने के लिए हरिद्वार से चली 'किसान क्रांति पदयात्रा' को पुलिस ने मंगलवार को यूपी-दिल्ली बॉर्डर पर रोक दिया। इस दौरान पुलिस की बैरिकेडिंग को तोड़कर दिल्ली में प्रवेश करने की कोशिश कर रहे किसानों पर पुलिस ने पानी की बौछार का इस्तेमाल किया। बेकाबू हो रहे किसानों को रोकने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोले भी छोड़े। खबर आ रही है कि इस दौरान कुछ किसान घायल भी हुए हैं। वहीं, दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने किसानों की मांग का समर्थन करते हुए उन्हें दिल्ली में प्रवेश की इजाजत देने की मांग की है।
सरकार ने मांगा दो महीने का वक्त
आपको बता दें कि कर्जमाफी सहित अपनी कई मांगों को लेकर हरिद्वार से निकले हजारों किसानों की 'किसान क्रांति पदयात्रा' सोमवार को यूपी के गाजियाबाद पहुंची थी। इस दौरान गाजियाबाद के हिंडन एयरबेस में यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और केंद्रीय मंत्री बीरेंद्र सिंह ने किसानों के प्रतिनिधिमंडल से बात भी की। केंद्र सरकार ने किसानों से उनकी मांगों पर विचार करने के लिए 2 महीने का समय मांगा, जबकि किसानों ने सरकार से मंगलवार सुबह तक फैसला लेने की बात कही।
कई किसानों के घायल होने की खबर
इसके बाद पुलिस ने बैरिकेडिंग लगाकर यूपी से दिल्ली में प्रवेश करने के सभी बॉर्डर सील कर दिए। मंगलवार सुबह किसानों की यात्रा जब दिल्ली में प्रवेश करने की कोशिश करने लगी तो पुलिस के जवानों ने उन्हें खदेड़ने के लिए पानी की बौछार का इस्तेमाल किया। इसके बाद हालात बेकाब हो गए और पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़कर किसानों को तितर-बितर करने की कोशिश की। मीडिया रिपोर्टस के मुताबिक पुलिस की कार्रवाई में कई किसान घायल भी हुए हैं।
किसानों के समर्थन में उतरे अखिलेश-केजरीवाल
वहीं, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने किसानों का समर्थन किया है। अरविंद केजरीवाल ने कहा, 'किसानों को दिल्ली में प्रवेश करने की इजाजत मिलनी चाहिए। उन्हें दिल्ली में प्रवेश करने की इजाजत क्यों नहीं है? यह गलत है। हम किसानों के साथ हैं।' दूसरी तरफ यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने भाजपा पर हमला बोलते हुए कहा कि इस सरकार ने किसानों से किए गए वादों को पूरा नहीं किया, इसलिए यह स्वाभाविक है कि किसान विरोध करेंगे। यह दुर्भाग्यपूर्ण है और हम किसानों का पूरी तरह से समर्थन करते हैं।
ये भी पढ़ें- विवेक तिवारी के परिजनों से मिले अखिलेश यादव, कहा- खत्म हो BJP की एनकाउंटर संस्कृति