देर रात दिल्ली में प्रवेश कर किसानों ने आंदोलन किया समाप्त, कहा- सरकार विफल, हमारी हुई जीत
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नई दिल्ली। किसान पदयात्रा में मंगलवार को भारी हंगामे के बाद आखिरकार केंद्र सरकार ने किसानों को राजधानी दिल्ली में प्रवेश करने की इजाजत दे दी और इसी के साथ 12 दिनों से चल रहा आंदोलन आज बुधवार को समाप्त हो गया। पुलिस द्वारा यूपी-दिल्ली के बॉर्डर को खोलने के बाद बुधवार देर रात आंदोलनकारियों ने दिल्ली में प्रवेश किया और चौधरी चरण सिंह मेमोरियल (किसान घाट) पहुंचते ही यह आंदोलन खत्म हो गया। भारतीय किसान यूनियन (बीकेयू) के अंतर्गत यह आंदोलन 23 सिंतबर को शुरू हुआ था।
दिल्ली
में
प्रवेश
की
इजाजत
मिलने
के
बाद
भारतीय
किसान
संघ
(बीकेयू)
के
प्रमुख
नरेश
टिकैत
की
अगुआई
में
हजारों
किसान
200
से
अधिक
ट्रैक्टरों
पर
सवार
होकर
किसान
घाट
पहुंचे।
टिकैत
ने
इसे
किसानों
की
जीत
बताया।
उन्होंने
कहा
कि
बीजेपी
सरकार
अपने
उद्देश्यों
में
विफल
रही
है।
टकैती
ने
कहा,
'किसानों
ने
हर
मुश्किल
में
अपनी
यात्रा
को
जारी
रखा।
हम
12
दिनों
से
मार्च
कर
रहे
हैं।
किसान
अब
थक
गए
हैं।
हमारा
उद्देश्य
इस
यात्रा
को
खत्म
करने
का
था।
अब
हम
अपने
गांवों
की
ओर
लौटेंगे।'
किसान नेता नरेश टैकती ने आंदलोन समाप्ति की घोषण करते हुए कहा कि सरकार से हम अपनी मांग को जारी रखेंगे। टकैती ने इस आंदोलन को किसानों की जीत बताते हुए कहा कि बीजेपी सरकार अपने उद्देश्यों में विफल रही है। आज बुधवार सुबह किसान अपने घरों की ओर लौटेंगे।
बीकेयू ने कर्जमाफी और सस्ती बिजली समेत कई मांगों को लेकर हरिद्वार से किसान क्रांति यात्रा शुरू की थी। लाखों की संख्या में किसान आंदोलनकारी जब दिल्ली में प्रवेश कर रहे थे, तभी यूपी-दिल्ली बॉर्डर पर पुलिस ने मार्गों को सीज कर उन्हें अंदर आने नहीं दिया।
अपनी सिफारिशों को लेकर पहुंचे किसानों को यूपी-दिल्ली बॉर्डर पर पुलिस के जवानों के साथ हिंसा भी हुई। किसानों को दिल्ली में प्रवेश करने से रोकने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े और आंदोलनकारियों पर लाठियां भी बरसाई। इस हिंसा में कई किसान घायल भी हुए, लेकिन सरकार ने उन्हें राजधानी में घुसने की इजाजत नहीं दी। आखिरकार किसानों ने वहीं डेरा डाल दिया और अगली सुबह दिल्ली कूच करने की ठानी, लेकिन सरकार ने देर रात उन्हें राजधानी में प्रवेश करने की अनुमति दे दी, जिसके बाद किसानों ने अपनी बची यात्रा को फिर से शुरू कर किसान घाट पहुंच कर खत्म किया।
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