किसान रैली: कांग्रेस का सरकार पर हमला, कहा- केंद्र सरकार और ब्रिटिश शासन में कोई अंतर नहीं
नई दिल्ली। नौ दिन पहले भारतीय किसान यूनियन के बैनर तले हरिद्वार से शुरू हुई किसान क्रांति यात्रा दिल्ली-यूपी बॉर्डर के पास मंगलवार सुबह पहुंची। इन किसानों को दिल्ली की सीमा में आने से रोकने के लिए भारी पुलिस बल की तैनाती की गई थी। जिसे देखकर किसान भड़क गए। इस बीच पुलिस और किसानों के बीच हिंसक झड़प की खबरें आ रही है। वहीं इस पूरे घटनाक्रम पर राजनीतिक दलों ने केंद्र सरकार पर निशाना साधा है। कांग्रेस ने मोदी सरकार की तुलना ब्रिटिश शासन से की है।
कांग्रेस के प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा कि, महात्मा गांधी की जयंती पर मोदी सरकार ने दिखा दिया कि, उनमें और स्वतंत्रता से पहले की ब्रिटिश सरकार में कोई अंतर नहीं है। ब्रिटिश सरकार किसानों का शोषण करती थी। आज मोदी सरकार किसानों के उपर लाठियां और आंसू गैस के गोले बरसा रही है। किसानों को राजधानी में अपनी पीड़ा व्यक्त करने तक का आधिकार नहीं है। सुरजेवाला ने राहुल गांधी से इस मामले में हस्तक्षेप करने की अपील की है।
किसानों को दिल्ली न जाने के मुद्दे पर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा, किसानों को दिल्ली में प्रवेश करने की इजाजत दी जानी चाहिए। उन्हें दिल्ली में प्रवेश करने की इजाजत क्यों नहीं है? ये गलत है। हम किसानों के साथ हैं। दिल्ली सबकी है। किसानों को दिल्ली में आने से नहीं रोका जा सकता। किसानों की माँगे जायज़ हैं। उनकी माँगें मानी जायें।
वहीं उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि, इस सरकार ने किसानों से किए गए वादों को पूरा नहीं किया इसलिए यह स्वाभाविक है कि किसान विरोध करेंगे। यह दुर्भाग्यपूर्ण है और हम किसानों का पूरी तरह से समर्थन करते हैं।