ऑल इंडिया किसान कांग्रेस के अध्यक्ष नाना पटोले समेत दो बड़े नेताओं ने दिया अपने पद से इस्तीफा
नई दिल्ली। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के बयान के बाद पार्टी में नेताओं के इस्तीफे की बाढ़ आ गई है। अब ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी के सचिव और राजस्थान के सह-प्रभारी तरुण कुमार ने पद से इस्तीफा दे दिया है। दूसरी ओर किसान कांग्रेस के अध्यक्ष नाना पटोले ने भी पद से इस्तीफा दे दिया है। इन दोनों नेताओं ने ही अपना इस्तीफा पार्टी के भेज दिया है। बता दें कि कांग्रेस के अब तक 100 से अधिक छोटे बड़े नेता इस्तीफा दे चुके हैं।
राजस्थान सह प्रभारी ने पद से दिया इस्तीफा
तरुण ने पत्र में लिखा है कि मैने पूरी मेहनत के साथ अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन किया और पार्टी और अध्यक्ष के उम्मीदों पर खरा उतरने का पूरा प्रयास किया। तरुण कुमार ने पत्र में कहा कि लोकसभा चुनाव में भी पार्टी वर्कर ने कड़ी मेहनत की। हालांकि उम्मीद के मुताबिक परिणाम नहीं आया। आपने हार की जिम्मेदारी लेते हुए पार्टी के अध्यक्ष पद से इस्तीफे की पेशकश की है। इसलिए मेरा मानना है कि इस हार के लिए हम सभी भी उतने ही जिम्मेदार हैं। इसलिए राज्सथान प्रभारी होने के नाते मैं अपने पद से इस्तीफा देता हूं।
राहुल ने कहा दुख है हार की किसी ने जिम्मेदारी नहीं ली
बता दें कि कांग्रेस नेताओं के इस्तीफे का दौर उस समय शुरू हुई जब राहुल गांधी से बुधवार को यूथ कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने एकबार फिर गुजारिश की कि वे इस्तीफे का अपना फैसला बदल लें। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक उन्हीं में से एक कांग्रेस नेता ने राहुल से कहा कि सर, जब ये सामूहिक हार है और यह सबकी जिम्मेदारी बनती है, तो सिर्फ आप ही इस्तीफा क्यों देंगे? इस पर कांग्रेस अध्यक्ष ने बेहद भावुक होकर उस नेता से कहा कि उन्हें इस बात का बहुत दुख है कि उनके इस्तीफे के बाद भी किसी मुख्यमंत्री, पार्टी महासचिव या प्रदेश अध्यक्षों ने हार की जिम्मेदारी लेते हुए इस्तीफा नहीं दिया।
इस्तीफा की लग गई झड़ी
गौरतलब है कि शुक्रवार को कांग्रेस के कई नेताओं ने इस्तीफे दिए। इसमें दिल्ली कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष राजेश लिलोठिया, हरियाणा प्रदेश महिला कांग्रेस अध्यक्ष सुमित्रा चौहान, मध्यप्रदेश प्रभारी और महासचिव दीपक बावरिया समेत कई नेता शामिल हैं। शनिवार तक 100 से ज्यादा नेताओं ने इस्तीफे दिए हैं और इनकी संख्या बढ़ती जा रही है। राहुल गांधी स्वयं भी पार्टी के अध्यक्ष पद से इस्तीफे की पेशकश कर चुके हैं और अपने फैसले पर अडिग हैं।
दुखी हैं राहुल, क्योंकि उनके बाद सीएम, महासचिव या प्रदेश अध्यक्षों ने नहीं दिया इस्तीफा