बिना किसी पुख्ता सबूत IT ने की कार्रवाई तो अधिकारियों का घेराव करेंगे किसान, जानिए पूरा मामला
नई दिल्ली। लगभग एक महीने से जारी किसान आंदोलन फिलहाल खत्म होता नजर नहीं आ रहा है। कृषि कानूनों के विरोध में हजारों की संख्या में किसान दिल्ली की सीमाओं पर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। अपनी मांगों पर अड़े किसान आंदोलनकारियों हैसले को कड़ाके की ठंड भी नहीं तोड़ सकी। किसानों को देशभर से समर्थन मिल रहा है, इस बीच उनके समर्थन में अनाज मंडी के आढ़तियों ने भी अपना विरोध जताया है। किसान आंदोलन के बीच गुरुवार को किसान नेताओं और उनके समर्थकों ने आरोप लगाया है कि सरकार उनके खिलाफ जानबूझकर आयकर विभाग (आईटी) और प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की कार्रवाई कर रही है।
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इसी क्रम में किसानो और आढ़तियों के बीच हुई एक बैठक में फैसला लिया गया कि वह मिलकर उचित दस्तावेज के बिना किसी भी सर्च या छापे के मामले में आयकर अधिकारियों का घेराव करेंगे। यह निर्णय संयुक्त किसान मोर्चा के साथ सिंघू सीमा पर हुई 5 सदस्यीय समिति की बैठक में लिया गया। बता दें कि इस बैठक में पंजाब के 32 किसान संघों के प्रतिनिधि भी शामिल थे। किसान संगठनों ने फैसला किया है कि वह उस स्थान पर पहुंचेंगे जहां आयकर विभाग की टीमें ऑपरेशन को अंजाम देंगी। किसानों के साथ आढ़तियों ने भी जुड़ने का फैसला किया है।
इतना ही नहीं किसानों ने उचित दस्तावेज के बिना आयकर विभाग की किसी भी कार्रवाई के बाद आई-टी अधिकारियों के कार्यालय और यहां तक कि उनके घरों को भी घेरने का फैसला किया है। पंजाब किसान यूनियन के अध्यक्ष रुलदू सिंह मनसा ने फैसले की पुष्टि की है। बता दें कि हाल ही में 7 आढ़तियों के परिसर में छापे की घटना के तुरंत बाद पंजाब के मानसा में किसानों ने आयकर कार्यालय के बाहर धरना देकर अपना विरोध जताया। इस बीच बुधवार को फेडरेशन ऑफ आढ़तिय एसोसिएशन (एफएए) के राज्य निवासी विजय कालरा की अगुवाई में 5 सदस्यीय समिति के अलावा, पंजाब के विभिन्न जिलों से कई आढ़तियों ने किसानों को समर्थन देने का ऐलान किया।
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