नौकरी का झांसा देकर युगांडाई महिलाओं से कराया गया नशे और जिस्म का धंधा
एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि शिकायत पर पुलिस ने साकेत जिला अदालत से आदेश हासिल करने के बाद मंगलवार को महिलाओं के बयान कलमबंद किए। अपने बयान में महिलाओं ने कहा है कि नशीले पदार्थो के कारोबार के माफिया ने उन्हें बंधक बनाए रखा और उन्हें देह व्यापार और ड्रग बेचने के धंधे में धकेल दिया। उन्होंने यह भी कहा कि वे सरकार से संरक्षण चाहती हैं। महिलाओं के सोमवार को मोहानन से मुलाकात करने के बाद दिल्ली सरकार ने विदेश मंत्रालय को उन्हें संरक्षण मुहैया कराने के लिए लिखा।
पुलिस ने कहा कि महिलाओं को मंगलवार को सरकार संचालित पश्चिमी दिल्ली के नारी निकेतन में भेज दिया गया। उल्लेखनीय है कि दिल्ली के कानून मंत्री सोमनाथ भारती ने खिड़की एक्सटेंशन में स्थानीय लोगों की शिकायत पर छापेमारी की थी। इस छापे के दौरान पुलिस के असहयोगी रवैए के खिलाफ दिल्ली की आम आदमी पार्टी (आप) की सरकार ने धरना दिया और छापे में कथित रूप से ज्यादती की शिकार बनी युगांडाई महिलाओं ने अदालत में मंत्री के साथ आए लोगों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई।
शिकायत दर्ज होने के बाद दिल्ली की आप सरकार और कानून मंत्री सोमनाथ सभी विपक्षी दलों के निशाने पर रहे। इतना ही नहीं, दिल्ली महिला आयोग के साथ भी दिल्ली सरकार का टकराव भी हुआ। तीन युगांडाई महिलाओं के बयान आने के बाद सोमनाथ की छापेमारी को सार्थक बताकर आप एक बार फिर विरोधियों को घेर सकती है।