खाप पंचायत का ऐतिहासिक फैसला, अब सरनेम की जगह जोड़ना होगा ये नाम
नई दिल्ली। हरियाणा खाप पंचायतें प्रेम विवाह, अपने से अलग जाति में विवाह पर तुगलकी फरमान सुनाने के लिए प्रचलित हैं। लेकिन हाल ही में खाप पंचायत ने जो फैसला लिया वह काफी सराहनीय है। ये ऐसा फैसला है जो कि आने वाले वक्त में मिसाल बन जाएगा। ये फैसला जातिवाद के खिलाफ है। खाप पंचायत ने तय किया है कि जातिवाद की परंपरा को खत्म करने के लिए जातिसूचक नाम हटाकर लोग अपने गांव का नाम जोड़ लें।
ये निर्णय हरियाणा के जिंद जिले में खेरा खाप ने लिया है। खाप पंचायत के प्रवक्ता उदयवीर बरसोला ने इसपर बात करते हुए बताया है कि 'खाप ने समाज में जहर की तरफ फैल चुके जातिवाद को खत्म करने के लिए ये निर्णय लिया है। हम लोगों को सलाह दे रहे हैं कि वे अपनी जाति को सरनेम के तौर पर इस्तेमाल ना करें। इसके बदले वे उनके गांव का नाम सरनेम की जगह पर लगाएं।'
खेरा खाप के इस फैसले पर धीरे- धीरे लोगों की प्रतिक्रियाएं आने लगी हैं। बता दें कि खाप की ओर से लिया गया ये फैसला ऐतिहासिक है।
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