पंजाब में बड़े आतंकी हमले की साजिश नाकाम, पाकिस्तान से ट्रेनिंग ले रहे युवक को पुलिस ने किया गिरफ्तार
पंजाब पुलिस ने राज्य में एक बड़े लोन वोल्फ अटैक की साजिश को नाकाम किया है। राज्य सरकार की ओर से इस बात की जानकारी दी गई है कि पुलिस ने एक ऐसे शख्स को गिरफ्तार किया है जो चरमपंथ की ओर मुड़ चुका था।
चंडीगढ़। पंजाब पुलिस ने राज्य में एक बड़े लोन वोल्फ अटैक की साजिश को नाकाम किया है। राज्य सरकार की ओर से इस बात की जानकारी दी गई है कि पुलिस ने एक ऐसे शख्स को गिरफ्तार किया है जो चरमपंथ की ओर मुड़ चुका था और पाकिस्तान की मदद से राज्य में बड़ी आतंकी वारदात को अंजाम देने की फिराक में था। तीन दिन में पंजाब में देश विरोधी गतिविधियों का यह दूसरा उदाहरण है। अभी तीन दिन पहले ही पंजाब के बंगा से चार युवकों को गिरफ्तार किया गया था जो 'खालिस्तान जिंदाबाद' और रेफरेंडम 2020' के नारे लगा रहे थे और खालिस्तान पर जनमत संग्रह कराने की मांग कर रहे थे।
आईएसआई दे रही थी ट्रेनिंग
पंजाब सरकार की ओर से शुक्रवार को जानकारी दी गई है कि पुलिस ने एक ऐसे युवक को गिरफ्तार किया है, जो उच्च शिक्षित है लेकिन चरमपंथ से जुड़ चुका है। इस शख्स का नाम इंद्रजीत सिंह उर्फ रिंकू है और यह पुलिस के मुताबिक यह पाकिस्तान की इंटेलीजेंस एजेंसी आईएसआई की मदद से इंप्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस यानी आईईडी बनाने की ट्रेनिंग ले रहा था। पंजाब सरकार के मुताबिक पुलिस ने इस शख्स की गिरफ्तारी के साथ राज्य में बड़े लोन वोल्फ अटैक की कोशिशों को नाकाम कर दिया है। इंद्रजीत की पहचान खालिस्तानी आतंकी के तौर पर हुई है। पंजाब पुलिस की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक इसे मोहाली के सास नगर से काउंटर-इंटेलीजेंस की टीम ने गिरफ्तार किया है और इसके पास से कई तरह के विस्फोटक बरामद हुए हैं।
एमबीए की डिग्री वाला है इंद्रजीत
पुलिस को इसके पास से जो विस्फोटक मिले हैं उसमें कई तरह के केमिकल्स के अलावा एडवांस्ड इलेक्ट्रॉनिक रिमोट कंट्रोल भी मिली है। पुलिस ने हरियाणा के नंबर प्लेट वाली कार भी बरामद की है। इस कार का प्रयोग फरीदाबाद से मोहाली तक विस्फोटक लाने के लिए करता था। इंद्रजीत सिंह फरीदाबाद का रहने वाला है और उसके पास एमबीए की डिग्री है। वह जेसीबी मशीन बनाने वाली कंपनी के साथ काम कर रहा था। पुलिस की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक शुरुआती जांच में पता लगा है कि पाक की इंटेलीजेंस एजेंसी उसे आईईडी बनाने की ट्रेनिंग दे रही थी। पुलिस की मानें तो वह आईएसआई के हैंडलर के तौर पर काम कर रहा था जिसे पंजाब में ब्लास्ट्स की जिम्मेदारी दी गई थी। पंजाब पुलिस की मानें तो आईएसआई के ऑफिसर भी लगातार इंद्रजीत के संपर्क में थे।