छत्तीसगढ़: सीएम रमन सिंह इस नीति से प्रभावित होकर 8 लाख के इनामी नक्सली ने किया सरेंडर
नई दिल्ली। छत्तीसगढ़ में नक्सलियों के शीर्ष नेतृत्व का सदस्य वेट्टी रामा ने गुरुवार को पुलिस के समक्ष सरेंडर कर दिया। पुलिस सूत्रों का दावा है कि नक्सलियों की लगभग सभी बड़ी हिंसाओं में वेट्टी रामा की भूमिका रही है। वेट्टी रामा बीते 23 वर्षों से नक्सल संगठन में सक्रिय भूमिका थी। नक्सल संगठन की नीतियों से परेशान होकर रामा ने सरेंडर करने का निर्णय लिया है। सुकमा पुलिस मुख्यालय में रामा ने दोपहर करीब डेढ़ बजे सरेंडर किया। वेट्टी रामा 8 लाख रुपए का इनामी था। जानकारी के मुताबिक रामा ने गुस्र्वार को बस्तर रेंज के आईजी विवेकानंद सिन्हा के समक्ष अपने इंसास हथियार के साथ आत्म समर्पण किया।
इस दौरान वेट्टी ने कहा कि नक्सली जिस विचारधारा की बात कर युवाओं को हिंसा की ओर धकेल रहे हैं, वह पूरी तरह खोखली है। रामा का सरेंडर सुकमा पुलिस के इतिहास की सबसे बड़ी सफलता साबित हो सकती है। पुलिस का दावा है कि मुख्यमंत्री रमन सिंह के संदेश से प्रभावित होकर वेट्टी रामा ने सरेंडर की इच्छा जताई।
Sukma: Naxal Vetti Rama carrying a reward of Rs 8 lakh on his arrest surrendered with his weapons before #Chhattisgarh police & CRPF yesterday. Bastar IG Vivekanand Sinha says, 'it's a big achievement. He was active for 23 years & was the backbone of Naxal organisations in Konta' pic.twitter.com/vnGF4RoHqs
— ANI (@ANI) September 13, 2018
बता दें कि 3 दिसम्बर 2017 को सुकमा में सीएम रमन सिंह ने नक्सलियों के लिए संदेश दिया था। सीएम रमन सिंह ने कहा था कि नक्सली हिंसा छोड़कर मुख्यधारा में जुड़ जाएं। गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ पुलिस प्रशासन ने साल 2022 तक प्रदेश को नक्सल समस्या से मुक्त करने का लक्ष्य रखा है।