इन 10 बातों से आपके लिए खास बनेगी DMRC की नई Magenta Line, यहां जानें सब कुछ
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नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 25 दिसंबर को दिल्ली मेट्रो के मेजेन्टा लाइन का उद्घाटन करेंगे। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री आदित्यनाथ भी 36.23 किमी-लाइन के बॉटनिकल गार्डन-कालकाजी मंदिर के उद्घाटन में शामिल होंगे। इस लाइन कोपश्चिम दिल्ली में जनकपुरी तक विस्तारित किया गया है। हालांकि, कई लोगों के आश्चर्य के लिए, 12.64 किलोमीटर लम्बी लाइन के उद्घाटन समारोह में वीआईपी लोगों के नाम में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का नाम शामिल नहीं है। यात्रियों के लिए कई नई सुविधाओं से लैस, यह लाइन सीधे दिल्ली से कालकाजी को नोएडा से जोड़ देगा। यह लाइन, जो दिल्ली मेट्रो का छठा हिस्सा है, यह न केवल यात्रा के समय को कम करती है बल्कि राष्ट्रीय राजधानी की व्यस्त सड़कों पर यातायात के दबाव से भी अलग करती है। इस लाइन पर बाकी काम साल 2018 के मार्च तक पूरा किया जाएगा।
नया सिग्नलिंग सिस्टम
- नया सिग्नलिंग सिस्टम: इस लाइन पर नया सिग्नलिंग सिस्टम लगाया गया है। - संचार-आधारित ट्रेन नियंत्रण (सीबीटीसी) से लैस पहली लाइन है जो ट्रेन के प्रतीक्षा समय को दो मिनट से 90-100 सेकंड तक कम कर देगा।
- फ्रिक्वेंसी: शुरूआत में, ट्रेनों की फ्रिक्वेंसी 5 मिनट 14 सेकंड होगी। फिलहाल इस लाइन पर 10 ट्रेने चलेंगी।
- यात्रा समय: बॉटनिकल गार्डन और कालकाजी मंदिर के बीच यात्रा का समय कम हो जाएगा। सड़क के रास्ते करीब 52 मिनट समय लगता है जबकि मेट्रो से मात्र 19 मिनट में यह दूरी तय की जा सकती है।
- यात्रा का खर्च: बॉटनिकल गार्डन और कालकाजी मंदिर के बीच की यात्रा का कुल खर्च पहले 50 रुपये तक आता था जो अब 20 रुपए कम होकर 30 रुपए तक पहुंच जाएगा।
- रंगीन डिब्बे: इस लाइन पर गाड़ियों में सीटों के लिए नीले, गुलाबी और नारंगी के रंगों का प्रयोग किया गया है। वहीं आरक्षित सीटों का संकेत देने वाला एक गहरा रंग प्रयोग किया गया है।
- बैठने की व्यवस्था: अकेले दो सीटों की जगह तीन सीटें कर दी गई हैं और बाकी पांच सीटर हैं।
- डिब्बों का आकार: हालांकि ये मानक गेज डिब्बे हैं।अन्य लाइनों पर कोच की चौड़ाई 2.9 मीटर है, जबकि इन में, यह 3.2 मीटर है। इन डिब्बों में अतिरिक्त 35-40 लोगों आ सकते हैं।
- पोल रिप्लेसमेंट: पोल को तीन पैनल वाले समर्थन बार से बदल दिया गया है ताकि अधिक उसे होल्ड कर सकें। यात्रा के दौरान सीट ना पाने वालें यात्रियों के लिए भी गेट के पास पोल लगाए गए हैं।
- इलेक्ट्रिकल फिटिंग: ट्रेनों के स्टेशन विवरण के साथ ही यूएसबी चार्जिंग पोर्ट्स के साथ एलईडी स्क्रीन भी डिब्बों में फिट किया गया है।
- प्लेटफार्म स्क्रीन डोर्स: यात्रियों के लिए सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए प्रत्येक 9 स्टेशनों में प्लेटफार्म स्क्रीन दरवाजे भी लगाए गए हैं। इस लाइन के लिए ये दरवाजे आवश्यक होंगे क्योंकि चालक-रहित ट्रेन इस लाइन पर चलेंगे।
यात्रा का खर्च और समय
रंगीन डिब्बे
डिब्बों का आकार
प्लेटफार्म स्क्रीन डोर्स