अयोध्या में लोग भव्य राम मंदिर की प्रतीक्षा कर रहे हैं और यह बनेगा- केशव प्रसाद मौर्य
नई दिल्ली। राम मंदिर निर्माण को लेकर भाजपा नेताओं के बयानों का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। एक तरफ जहां उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा था कि वहां जल्द ही निर्माण कार्य शुरू होने वाला है तो दूसरी तरफ प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने भी मंदिर निर्माण को लेकर बड़ा बयान दिया है। मौर्य ने कहा कि अयोध्या विवाद पर सुप्रीम कोर्ट का फैसला उसका अपना विशेषाधिकार हो सकता है, लेकिन भगवान राम का भव्य मंदिर बनेगा।
बाबर के नाम का एक भी पत्थर नहीं
मौर्या ने कहा कि यह कतई संभव नही है कि बाबर के नाम का एक भी पत्थर वहां लगेगा। इससे पहले आरएसएस ने भी बयान दिया था कि अगर जरूरत पड़ी तो वह राम मंदिर निर्माण को लेकर फिर से आंदोलन करने में बिल्कुल भी झिझकेगा नहीं। मौर्या ने कहा कि मैंने पहले भी साफ तौर पर कहा है कि इस पूरे विवाद पर सुप्रीम कोर्ट का विशेषाधिकार हो सकता है, लेकिन अयोध्या में भव्य राम मंदिर का निर्माण जरूर होगा। उन्होंने कहा कि अयोध्या में मुगल शासक बाबर के नाम का एक भी पत्थर नहीं लगाया जा सकता है।
राम की मूर्ति और मंदिर अलग मुद्दा
गौरतलब है कि 16वीं शताब्दी में बनी बाबरी मस्जिद को दिसंबर 1992 में ध्वस्त कर दिया गया था। उपमुख्यमंत्री ने कहा कि कोर्ट में लंबित चल रहे इस मामले में ना तो याचिकाकर्ता और ना ही सरकार कुछ कर सकती है। लेकिन अयोध्या में भगवान राम की भव्य मूर्ति के निर्माण को राम मंदिर निर्माण से नहीं नहीं जोड़ना चाहिए। उन्होंने कहा कि इसे अयोध्या के विकास से जोड़ा जाना चाहिए, भगवान राम की मूर्ति का निर्माण और भगवान राम के मंदिर का निर्माण दो अलग-अलग चीजें हैं।
विकास करेंगे
मौर्या ने कहा कि हमे लगता है कि अयोध्या का विकास होना चाहिए और हर भक्त की भी यही इच्छा है। पिछले 15 वर्षों में यहां किसी भी तरह का कोई विकास नहीं किया गया है। लेकिन जबसे हमारी सरकार का गठन हुआ है, यहां विकास शुरू हुआ है। लोगों की आस्था को ध्यान में रखते हुए अयोध्या का विकास किया जाएगा।