दलित विधायक ने जहां दिया धरना, कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने उस जगह का किया गाय के गोबर से 'शुद्धिकरण'
नई दिल्ली। केरल में अजीबोगरीब मामला सामने आया है जहां, दलित विधायक के धरने के विरोध में प्रदर्शन के दौरान यूथ कांग्रेस के कुछ कार्यकर्ताओं ने कथित प्रतीकात्मक 'शुद्धिकरण कार्यक्रम' किया, इसको लेकर अब विवाद बढ़ गया है। सीपीआई के विधायक ने इसे जातिगत भेदभाव करार देते हुए पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है। नत्तिका विधायक गीता गोपी सड़कों की खराब हालत को लेकर लोक निर्माण विभाग के दफ्तर के सामने धरने पर बैठीं थीं।
कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने प्रतीकात्मक 'शुद्धिकरण' किया
हालांकि, अधिकारियों के आश्वासन के बाद विधायक ने अपना धरना समाप्त कर दिया। वहीं, सीपीआई विधायक के धरने के विरोध में यूथ कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने मार्च निकाला। गीता गोपी जिस स्थान पर बैठी हुई थीं, वहां यूथ कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने प्रतीकात्मक 'शुद्धिकरण' के तौर पर गोबर मिश्रित पानी का छिड़काव भी किया। विधायक ने इस मामले में पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है और आरोप लगाया है कि यूथ कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने उनको अपशब्द भी कहे।
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विधायक ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई
इस मामले पर यूथ कांग्रेस के अध्यक्ष डीन कुरिएकोस ने कहा कि जातिगत भेदभाव करने वालों को खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा, 'कुछ यूथ कांग्रेस के सदस्यों ने स्थानीय विधायक गीता गोपी के खिलाफ प्रदर्शन किया था। मैंने जिले के राज्य महासचिव प्रभारी को उन्हें नोटिस देकर पूरे मामले पर स्पष्टीकरण मांगा है।'
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इस मामले में पकड़ा तूल
डीन कुरिएकोस ने कहा कि अगर एससी-एसटी के खिलाफ किसी प्रकार का भेदभाव पाया जाता है तो सख्त कार्रवाई की जाएगी। केरल के स्वास्थ्य मंत्री केके श्यालजा ने भी इस घटना की आलोचना की है। वहीं, केरल के संस्कृति मंत्री एके बलान ने कहा कि सामान्यतौर पर ऐसी घटनाएं उत्तर भारत में देखने को मिलती हैं। केरल में ये घटना स्वीकार नहीं की जा सकती है। यूथ कांग्रेस के कार्यकर्ताओं के शुद्धिकरण कार्यक्रम की केरल सरकार के कई मंत्रियों ने आलोचना की है और कहा है कि ऐसे कृत्य स्वीकार नहीं किए जा सकते हैं।