केरल में SDPI रैली के दौरान RSS कार्यकर्ता की चाकू मारकर हत्या, झड़प में 6 घायल
केरल में SDPI रैली के दौरान RSS कार्यकर्ता की चाकू मारकर हत्या, झड़प में 6 घायल
तिरुवनन्तपुरम: केरल के अलाप्पुझा जिले में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) और सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया (SDPI) के कार्यकर्ताओं के बीच बुधवार (24 फरवरी) की देर रात एक झड़प हुई। झड़प एक रैली के दौरान हुई, जिसमें चाकू मारकर एक आरएसएस कार्यकर्ता की हत्या कर दी गई है। इस झड़प में छह अन्य लोग घायल बताए जा रहे हैं। घायलों में से 2 की हालत गंभीर है। ये झड़प एसडीपीआई द्वारा निकाली गई रैली के दौरान हुई। इलाके में फिलहाल गुरुवार की सुबह तनाव का माहौल है। एसडीपीआई इस्लामिक संगठन पीएफआई की राजनीतिक इकाई है।
हिन्दुस्तान टाइम्स में छपी रिपोर्ट के मुताबिक एसडीपीआई ने बुधवार को अलाप्पुझा के वायलार में एक रैली निकाली थी। रैली को आरएसएस कार्यकर्ताओं द्वारा भड़काऊ समझा गया था। इसलिए दोनों कार्यकर्ताओं के बीच झड़प हुई, जिसमें 22 वर्षीय आरएसएस कार्यकर्ता आर नंदू की मौत हो गई। झड़प के दौरान आरएसएस कार्यकर्ता की चाकू मारकर हत्या कर दी गई।
पुलिस ने 8 SDPI कार्यकर्ता को किया गिरफ्तार
चेरथला पुलिस ने बताया कि अलप्पुझा जिले में आरएसएस कार्यकर्ता की हत्या के मामले में 8 एसडीपीआई कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने मामले पर जानकारी देते हुए कहा कि चेरथला के पास नगमकुलनगरा इलाके में आरएसएस और सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया (एसडीपीआई) के बीच हुई झड़प में संघ के कार्यकर्ता नंदू की मौत हो गई है। पुलिस ने बताया कि झड़प में कई अन्य लोग घायल भी हुए हैं। हालांकि पुलिस ने मामले में अधिक जानकारी साझा नहीं की।
RSS ने किया बंद का आह्वान
केरल की भाजपा इकाई के अध्यक्ष के सुरेंद्रन ने आरएसएस कार्यकर्ता की मौत की निंदा की और इसके लिए पीएफआई को जिम्मेदार ठहराया। एसडीपीआई कार्यकर्ताओं द्वारा कथित तौर पर आरएसएस कार्यकर्ता की हत्या करने को लेकर बीजेपी ने अलप्पुझा जिले में आज (25 फरवरी) को सुबह 6 बजे से शाम 6 बजे तक बंद का आह्वान किया है।
एसडीपीआई, पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) की युवा शाखा, अतीत में कई ऐसे संघर्षों में शामिल रही है। पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया शुरू से ही संघर्ष और राजनीतिक हत्याओं में शामिल रहा है।
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) और अन्य खुफिया एजेंसियों का कहना है कि समूह ने अभूतपूर्व तेजी से इन कामों में बढ़ोतरी की है। केंद्रीय एजेंसी ने केरल में पहला इस्लामिक स्टेट (आईएस) मॉड्यूल का पता लगाने के बाद पाया कि गिरफ्तार किए गए लोगों में से कुछ पीएफआई के हैं। समूह का दावा है कि यह एक नव-सामाजिक आंदोलन है जो अल्पसंख्यक समुदायों, दलितों और समाज के अन्य कमजोर वर्गों के लोगों को सशक्त बनाने के लिए काम करती है।