केरल नन रेप केस: पीड़िता ने चिट्ठी लिख वेटिकन से न्याय की लगाई गुहार, बिशप ने कहा-सभी आरोप बेबुनियाद
कोच्चि। एक नन के साथ रेप के मामले में जालंधर के बिशप फ्रैंको मुलक्कल की गिरफ्तारी की मांग और तेज हो गई है। केरल कैथलिक चर्च के इतिहास में ऐसा पहली बार ऐसा हुआ कि चर्च प्रबंधन और पुलिस के खिलाफ बड़ी संख्या में नन सड़कों पर उतर आई और उन्होंने विशप की गिरफ्तारी की मांग की। वहीं, रेप पीड़िता ने अब इस मामले में वेटिकन से न्याय की गुहार लगाई है।
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केरल नन केस में विशप की गिरफ्तारी की मांग
रेप पीड़िता ने वेटिकन से इस मामले में दखल देने की गुहार लगाते हुए कहा है कि फ्रैंको मुलक्कल को उनके पद से हटाया जाए। पीड़िता ने ये भी सवाल उठाया है कि चर्च ने इस गंभीर मामले पर आंखें क्यों मूंद रखी थी जब उसने अपनी लड़ाई लड़ने का साहस दिखाया।
वेटिकन को पत्र लिख न्याय की लगाई गुहार
वेटिकन को लिखे पत्र में रेप पीड़िता ने पूछा है कि क्या वो उसे वो सब लौटाएंगे, जो कुछ भी उसने खोया है। उसने ये भी आरोप लगाया है कि फ्रैंको मुलक्कल पैसे और पॉवर के दम पर इस केस को दबाने की कोशिश कर रहे थे। इसके पहले, चर्च प्रबंधन ने पीड़िता से पूछा था कि बार-बार बिशप द्वारा शारीरिक शोषण के लिए हालात क्यों पैदा होने दिए, जिसपर पीड़िता ने कहा कि वो बहुत डरी हुई थी और उसे अपने घरवालों की सुरक्षा की चिंता सता रही थी।
बिशप ने खारिज किए आरोप
वहीं, बिशप ने अपने ऊपर लगे आरोपों को खारिज करते हुए कहा है कि ये सारे आरोप बेबुनियाद और मनगढ़ंत हैं। बिशप ने महिला पर ब्लैकमेल करने का आरोप भी लगाया है। बता दें कि इस मामले की जांच-पड़ताल के लिए अगस्त में केरल पुलिस की टीम जालंधर आई थी। पहले 9 अगस्त फिर 13 अगस्त को बिशप से पूछताछ हुई। इस दौरान उनसे 70 से ज्यादा सवाल किए गए। इससे पहले केरल पुलिस करीब 40 नन और तीन पादरियों का स्टेटमेंट ले चुकी है।
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