हथिनी की मौत के बाद बयान देना मेनका गांधी को पड़ा भारी, FIR दर्ज
नई दिल्ली। केरल के मलप्पुरम में जिस तरह से गर्भवती हथिनी की पटाखों से भरा अनानास खाने से मौत हुई, उसके बाद पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रियंका गांधी ने इस मामले में नाराजगी जाहिर करते हुए अपनी प्रतिक्रिया दी थी और कई बड़े दावे किए थे। लेकिन अब केरल पुलिस ने मेनका गांधी के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। जिस तरह से मेनका गांधी ने हथिनी की मौत के बाद कहा था कि मलप्पुरम इस तरह की घटनाओं के लिए प्रसिद्ध है। मेनका गांधी के बयान को भड़काऊ मानते हुए केरल पुलिस ने उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज की है।
वन्यजीवों की संरक्षक मेनका गांधी ने केरल के मलप्पुरम में हुई घटना पर गुस्सा जताते हुए कहा था कि यह हत्या है। उन्होंने कहा कि केरल का मलप्पुरम इस तरह की घटनाओं के लिए प्रसिद्ध है, यह भारत का सबसे हिंसक जिला है। मेनका गांधी ने ये भी कहा कि यहां पर लोग सड़कों पर जहर फेंकते हैं ताकि एक समय में 300-400 पक्षी और कुत्ते खाकर मर जाएं।
मेनका गांधी ने कहा कि अन्य जिलों में ऐसी घटनाओं पर कड़ी कार्रवई की जाती है तो इस जगह पर क्यों नहीं अब तक कार्रवाई की गई। ये बहुत शर्मनाक हैं वो हाथी गर्भवती थी और उसके साथ ये शर्मनाक कार्य करके उसकी जान ले ली। उन्होंने कहा कि केरल सरकार को सचिव को हटाया जाना चाहिए। वन्य जीव संरक्षक मंत्री जो कि उसी क्षेत्र से ताल्लुक रखते है उन्हें भी इसके लिए स्वयं ही इस्तीफा दे देना चाहिए। मेनका गांधी ने कहा कि राहुल गांधी उस क्षेत्र से हैं, उन्होंने कार्रवाई क्यों नहीं की? उन्होंने कहा कि ऐसा लगता है कि वे डर गए हैं। केरल में हर 3 दिन में एक हाथी मारा जाता है। हमारे पास भारत में 20,000 से भी कम हाथी बचे हैं, वे तेजी से घट रहे हैं।
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