Elections Results 2019: केरल ने बचाई कांग्रेस की इज्जत, जानिए BJP का हाल
नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव 2019 के लिए परिणाम सामने आने लगे हैं। अभी तक रुझान में बीजेपी एक बार फिर पूर्ण बहुमत के साथ सत्ता में आ रही है। विपक्ष एक बार फिर फिसड्डी साबित होता हुआ दिख रहा है। केरल एकमात्र ऐसा राज्य है जिसने कांग्रेस के लिए थोड़ी राहत दी है क्योंकि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी अमेठी में पीछे चल रहे जबकि केरल की वायनाड सीट पर उनको जीत मिली है। राहुल ने इस सीट से 6 लाख से अधिक वोटों से जीत हासिल हुई हैं।
राज्य की कई सीटों पर कांग्रेस आगे
रुझानों के अनुसार, कांग्रेस के नेतृत्व वाली यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (यूडीएफ) राज्य की सभी 20 लोकसभा सीटों पर आगे चल रही है। इसके विपरित वामपंथी और भाजपा दोनों ही पुरानी पार्टी के साथ तालमेल बनाए रखने के लिए संघर्ष कर रही हैं। इस चुनाव में यह साफ होता हुआ नजर आ रहा है कि केरल अभी सत्तारुढ़ बीजेपी के लिए एक दूर का सपना है। हालांकि सबरीमाला के जरिए बीजेपी दक्षिणी राज्यों में पैठ बनाने की कोशिश में जुटी हुई थी लेकिन वैसा हुआ नहीं।
'जिंदगी झंड बा, महागठबंधन का मुंह बंद बा', गोरखपुर में जीत की खुशी मना रहे हैं रवि किशन
बीजेपी की कोशिशों के बावजूद कांग्रेस को मिला जनता का प्यार
केरल जिसके गठन के बाद से द्विध्रुवीय राजनीति देखी गई, वहां पहली बार त्रिकोणीय लड़ाई देखी गई है। वो भी सबरीमाला मंदिर के मुद्दे पर। बीजेपी को तिरुवनंतपुरम में कांग्रेस के उम्मीदवार शशि थरूर को हराने की उम्मीद थी, जहां से मिजोरम के पूर्व राज्यपाल कुम्मानम राजशेखरन मैदान में थे। इन सब के बाद भी जनता का झुकाव कांग्रेस की तरफ गया। दूसरी ओर कांग्रेस को भी लगता है कि सबरीमाला के प्रदर्शन में देश की सबसे पुरानी पार्टी ने भी समर्थन में एक स्टैंड लिया था।
कामयाब नहीं आई बीजेपी की रणनीति
यहां तक सबरीमाला विरोध अहम शख्स पठानामित्था भी भगवा पार्टी के साथ खड़े नहीं हुए। अगर सबरीमाला फैसले के बाद बीजेपी को व्यापक समर्थन मिलता तो के सुरेंद्रन राज्य से बीजेपी के पहले लोकसभा सदस्य होते। लेकिन शायद ऐसा नहीं हुआ। लेकिन चुनाव से पहले बीजेपी ने सबरीमाला मुद्दे के जरिए राज्य के वोटरों के बीच पैठ बनाने की पूरी कोशिश की थी।
यह भी पढ़ें- लोकसभा चुनाव के नतीजे देख कांग्रेस नेता को आया हार्ट अटैक, मौत